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कोरबाक्राइमछत्तीसगढ़

कोरबा पुलिस द्वारा नशे के सौदागरों पर कार्यवाही 3 लाख की नशीली दवाई जप्त, एक आरोपी के परिजनों ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल

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छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोरबा पुलिस द्वारा नशे के सौदागरों पर कार्यवाही करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है आरोपियों के पास से तीन लाख रुपए के प्रतिबंधित 256 नग कफ सिरप 1408 नग कैप्सूल सहित दो वाहन जप्त किए हैं आपको बता दें कि कोरबा जिले में नशीली दवाओं का कारोबार चलता रहा है वयस्क अवयस्क नाबालिक बच्चे इसके गिरफ्त में आकर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं जिसे देखते हुए एसपी भोजराम पटेल के आदेश से कोरबा पुलिस द्वारा यह कार्यवाही की गई जिसमें कोतवाली पुलिस द्वारा दो आरोपियों सिकंदर खान उर्फ बाबा सुलेमान खान निवासी मस्जिद मोहल्ला सोनारिन घाट चांपा जिला जांजगीर चांपा दूसरा सफीक मेमन उर्फ फजलू पिता सुलेमान मेमन निवासी गौ माता चौक कोरबा थाना कोतवाली दूसरी कारवाही उरगा थाना क्षेत्र अंतर्गत की गई जिसमें मनीष जागृति पिता सुबह राम जागृति निवासी सिलयारी भाटा उरगा दूसरा धीरेंद्र शुक्ला पिता सुरेंद्र शुक्ला निवासी गोकुल नगर हाउसिंग बोर्ड कोरबा थाना कोतवाली तीसरा आरोपी चंद्रेश महंत उर्फ मनीष पिता महेश्वर दास निवासी उरगा बस्ती थाना उरगा को गिरफ्तार किया गया है हालांकि इस पूरी कड़ी में सिकंदर खान नशीली दवाओं का सप्लायर है बाकी सभी आरोपी कोरबा जिले में अलग-अलग जगहों पर नशीली दवाओं के विक्रेता हैं ।
नशे के जंजीरों मे जकड़ते युवाओं और नाबालिगों के बचाव में कोरबा पुलिस की यह कार्यवाही काबिले तारीफ है लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एक आरोपी सिकंदर खान के परिजन वकील के साथ एसपी कार्यालय पहुंचे थे जिन से पत्रकारों ने उनके आने का कारण पूछा तो उन्होंने जो कहानी बताई वह हैरान करने वाली थी
उन्होंने बताया कि आरोपी सिकंदर के पास से पुलिस को नशे की कोई सामग्री बरामद नहीं हुई उसे गौ माता चौक सफीक मेमन उर्फ फजलु के द्वारा नशे की सामग्री जो कि वह फजलू को सप्लाई कर चुका था उसकी रकम लेने के लिए बुलाया गया था और उसके पहुंचने के बाद पुलिस ने उसे धर दबोचा परिजनों का आरोप है कि सिकंदर के पास उसके घर से लाए हुए 36 हजार रुपए आधार कार्ड मोबाइल फोन भी था जिसे पुलिस ने रख लिया जिसे साइबर सेल प्रभारी द्वारा कहा गया कि यह रकम तुमने सीतामढ़ी स्थित राज होटल के संचालक को बेची गई नशीले पदार्थ की रकम है जो तुम्हें वापस नहीं होगी वहीं परिजनों का आरोप यह भी है कि सीतामढ़ी स्थित राज होटल से भी नशे का कारोबार संचालित होता है वहां से भी सामान पुलिस ने जप्त किया है जो कि सिकंदर ने ही बेचा है लेकिन पुलिस द्वारा उसे छोड़ दिया गया है जबकि सिकंदर खान को भी छोड़ने के लिए एक बड़ी रकम 5 लाख की मांग की गई थी जिसमें आरोपी के परिजनों द्वारा मांगी गई रकम से आधा देने समर्थता जाहिर की गई लेकिन मांगी गई पूरी रकम नहीं मिलने पर पुलिस द्वारा उस पर कार्यवाही कर दी गई परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि सीतामढ़ी स्थित राज होटल द्वारा कारवाही से बचने के लिए पुलिस की टीम को मोटी रकम दी गई है । परिजनों ने यह भी बताया कि सीतामढ़ी स्थित राज होटल में सुबह से ही नशीले पदार्थ बिकना शुरू हो जाते हैं जो देर रात तक बेचे जाते हैं ।
इस पूरे मामले में अगर परिजनों की बात सही है तो नशे के कारोबारियों को इस तरह पैसे लेकर छोड़ ना इस नशीले कारोबार को नासूर की तरह पनपने देने जैसा साबित होगा क्योंकि अगर होटल संचालक की तरह सिकंदर खान भी पैसे दे देता तो शायद यह कार्यवाही नहीं होती ।
परिजनों द्वारा बताएं इस पूरे मामले पर जब बात करने एडिशनल एसपी से जब फोन पर बात की गई और पूरा मामला बताया गया तो उन्होंने कहा कि आरोपी के पास से ₹26000 मिले थे जो कि उसे वापस करने थे इसलिए प्रेस कॉन्फ्रेंस में उसका जिक्र नहीं किया गया उसके पैसे उसे वापस कर दिए जाएंगे।

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