छत्तीसगढ़ कोरबा/-कटघोरा के पसान रेंज में वन अमला हाथियों के उत्पात को रोक पाने में असफल साबित हो रहा है। प्रतिदिन हाथी गांव में पहुंचकर बड़ी मात्रा में ग्रामीणों के मकान को ढहा रहे हैं तथा फसलों को रौंद कर मटियामेट कर दे रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। तथा उनमें असुरक्षा की भावना घर कर गई है। आक्रोशित ग्रामीणों ने एक बार फिर समस्या को स्थायी समाधान की मांग की है।
जानकारी के अनुसार कटघोरा डिविजन के पसान रेंज के जंगलों में इन दिनों बड़ी संख्या में हाथियों का दल अलग-अलग जगहों पर घूम रहा है। इसी दल में से तीन दंतैल हाथी बेकाबू हो गए हैं। जिसके द्वारा कभी मरवाही तो कभी कभी पसान क्षेत्र में पहुंच भारी उत्पात मचाया जा रहा है। हाथियों द्वारा जहां ग्रामीणों के मकान को ढहा दिया जा रहा है वहीं बाड़ी तथा खेत में धान के थरहा को भी नुकसान पहुंचाने का सिलसिला जारी है।
आज सुबह इन उत्पाती हाथियों का कहर पसान रेंज के दर्री पारा गांव में बरपा। दंतैल हाथी तडक़े 4 बजे के लगभग गांव की बस्ती भालूखोंधरा में प्रवेश किया और उत्पात मचाते हुए रामगोपाल यादव, मथुरा प्रसाद प्रजापति, शिवकुमार, रामवती सहित पांच ग्रामीणों के मकान व आहाते को बूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इतना ही नहीं हाथियों ने मकान में रखे धान-चावल को चट करने के साथ ही घरेलु सामानों को भी भारी नुकसान पहुंचाया। जाने से पहले हाथियों ने यहां कई ग्रामीणों के धान के थरहे को भी रौंद दिया, जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है।