Netagiri.in—-आदिवासी विकास विभाग ने स्वामी आत्मानंद स्कूलों के रिनोवेशन के लिए निकाले गए 44 करोड़ 75 लाख रुपए के टेंडर को निरस्त कर दिया है। अब उसे टुकड़े-टुकड़े में टेंडर निकालकर काम देने की तैयारी कर ली है। पहले चरण में शहरी क्षेत्र के स्कूलों का रिनोवेशन कराने के लिए 13 करोड़ 22 लाख रुपए के 32 कार्यों का टेंडर भी जारी किया है।
जिले में 42 स्वामी आत्मानंद स्कूल हैं। जहां अतिरिक्त कक्ष, कंप्यूटर कक्ष, टॉयलेट का निर्माण के साथ ही भवनों का रिनोवेशन भी किया जाना है। इसका प्राक्कलन ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को बनाने के लिए दिया गया था। बाद में इस काम को आदिवासी विकास विभाग को दे दिया गया। विभाग ने फरवरी में 44 करोड़ 75 लाख 76 हजार का टेंडर पांचों ब्लॉक को जारी कर दिया था। लेकिन विवाद की स्थिति निर्मित हुई तो टेंडर को निरस्त कर दिया गया। इसके बाद विभाग ने फिर से शहरी क्षेत्रों का अलग से टेंडर जारी किया
करतला ब्लॉक में तीन, कोरबा ब्लॉक में 9, कटघोरा ब्लॉक में 13, , ब्लॉक में 13 पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक में 4 स्वामी आत्मानंद स्कूल है। अभी कोरबा और कटघोरा के स्कूलों का टेंडर जारी किया गया है। यही नहीं विभाग के पास एक इंजीनियर तक नहीं है। एक ड्राफ्ट्समैन की ही पदस्थापना है, जिससे इंजीनियर का काम लिया जा रहा है। इसकी वजह से विभाग फिर से विवादों में आ गया है। एक साथ टेंडर निकालने के बाद टुकड़ों-टुकड़ों में
काम बांटने के लिए मंजूरी लेने में भी विभाग ने समय नहीं लगाया
मामले में सभी पहलुओं की होनी चाहिए जांच
जिला पंचायत उपाध्यक्ष और स्थाई शिक्षा समिति की अध्यक्ष रीना अजय जायसवाल का कहना है कि स्वामी आत्मानंद स्कूल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके कार्यों के लिए टेंडर में गड़बड़ी की जा रही है तो सभी पहलुओं की जांच होनी चाहिए। शीघ्र ही इस मामले की जानकारी ली जाएगी।
कुछ दिन पहले ही आया हूं, देखकर बता पाऊंगा: कसेर
आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्रीकांत कसेर का कहना है कि कुछ दिन पहले ही मेरी पदस्थापना हुई है। स्वामी आत्मानंद स्कूल भवनों के टेंडर के संबंध में देखकर ही कुछ बता पाऊंगा।