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कोरबा

फर्जी लेटर DEO को थमाकर बना था BEO, FIR के बाद अरेस्ट, और भी कई कारनामे रहे हैं चर्चाओं में…

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कवर्धा ..आखिरकार फर्जी लेटर पर बीईओ बने दयाल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। देर रात गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस ने आरोपी बीईओ (मूल पद प्राचार्य) को कोर्ट में पेश कर जेल भेजने की तैयारी है। पूर्व बीईओ के नाम फर्जीवाड़े का अनोखा रिकार्ड है। अवर सचिव के फर्जी लेटर को थमाकर बीईओ बने दयाल सिंह के खिलाफ DEO ने मामला दर्ज कराया था। इससे पहले भी कई बार दयाल सिंह विवादों में रहे हैं। एक बार पूर्व में भी उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन गिरफ्तारी के 25 मिनट बाद ही उन्हें मुचलके पर छोड़दिया गया। वो सस्पेंड भी हो चुके हैं। लेकिन इस बार उनकी मुश्किलें बढ़ गयी है।

दयाल सिंह ने बीईओं की पोस्टिंग के लिए अवर सचिव का फर्जी आदेश डीईओं को दे दिया था। पत्र के आधार पर डीईओ ने बकायदा प्रिंसिपल को बीईओं बनाने का आदेश भी जारी कर दिया। लेकिन बाद में जब उक्त अवर सचिव का आदेश पत्र फर्जी होने की जानकारी सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। जिसके बादइस फर्जीवाड़े पर डीईओं की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल को अरेस्ट कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक नियुक्ति के लिए फर्जी आदेश पत्र का ये पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि यहां के बेंदरसी शासकीय हाई स्कूल में प्रिंसिपल के पद पर दयाल सिंह बघेल की पोस्टिंग है। बीईओं बनने की चाह रखने वाले दयाल सिंह ने विगत 19 सितंबर को अवर सचिव की एक कूटरचित आदेश पत्र डीईओ योगदास साहू के समक्ष पेश किया गया। उक्त आदेश पत्र में बकायदा दयाल सिंह बघेल को बीईओ बनाने का आदेश दिया गया था।

इस आदेश पत्र के बाद डीईओ ने बिना हकीकत जाने तत्काल स्कूल के प्रिंसिपल के पद से दयाल सिंह को बीईओं बनाने का आदेश भी जारी कर दिया गया। इस आदेश के बाद डीईओं को अवर सचिव के आदेश पत्र में कूटरचना होने का संदेह हुआ। लिहाजा डीईओं ने उक्त पत्र के संबंध में अवर सचिव कार्यालय में पत्राचार कर हकीकत जानने का प्रयास किया गया। जवाब में उक्त पत्र फर्जी होने की जानकारी सामने आने के बाद डीईओं योगदास साहू का माथा चकरा गया।

डीईओं ने आनन-फानन में दयाल सिंह बघेल को बीईओं बनाने के आदेश का निरस्त किया गया। इसके बाद इस फर्जीवाड़े की पुष्टि होने के बाद डीईओं ने कवर्धा सिटी कोतवाली में इस मामले की खुद थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराया गया। पुलिस ने डीईओं की रिपोर्ट पर फर्जीवाड़ा करने वाले प्रिंसिपल दयाल सिंह के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली पुलिस आज आरोपी प्रिंसिपल को कोर्ट में पेश करेगी।

पूर्व में भी हो चुके हैं गिरफ्तार

दो साल पहले विकासखंड शिक्षा कार्यालय में महिला स्टाफ से बदसलूकी के मामले में बोड़ला बीईओ दयाल सिंह के खिलाफ थाने में एफआईआर हुई थी। मामले में थाना तलब कर बीईओ श्री सिंह की गिरफ्तारी हुई। कागजी कार्रवाई के बाद करीब आधे घंटे के भीतर मुचलके पर रिहा भी हो गए। गौरतलब हो कि विकासखंड शिक्षा कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड- 2 आरती अग्रवाल अपने अधिकारी दयाल सिंह के खिलाफ बदसलूकी करने के मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी।उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए मामले को संज्ञान में लिया था।

पिछले साल हुए थे सस्पेंड

महिला स्टाफ के साथ बदसलूकी मामले में बोड़ला के प्रभारी BEO दयाल सिंह को राज्य सरकार ने सस्पेंड कर दिया था। विकासखंड शिक्षा कार्यालय में महिला स्टाफ से बदसलूकी का मामला सामने आया था बोड़ला बीईओ दयाल सिंह के खिलाफ थाने में एफआईआर हुई थी। मामले में थाना तलब कर बीईओ श्री सिंह की गिरफ्तारी हुई, हालांकि कुछ देर बाद उन्हें रिहा भी कर दिया गया था। इतना ही नहीं इस खबर को प्रकाशित किए जाने पर बीईओ ने पत्रकारों को भी धमकी दे दी थी।मामले में विभागीय स्तर पर शिकायत के बाद जांच करायी गयी थी, जिसके बाद डीपीआई ने प्रभारी बीईओ दयाल सिंह को सस्पेंड कर दिया था। दयाल सिंह की जांच एसडीएम बोड़ला और डीईओ कबीरधाम की तरफ से करायी गयी थी, जिसमें बीईओ को दोषी माना गया था।

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