रविवार को देर शाम भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा विसर्जन के लिए गए विद्युत विभाग के कनिष्ठ यंत्री हुनेंद्र कंवर लापता हो गए थे। पता तलाश के दौरान आज उनका शव नवगठित सक्ती जिला के नगरदा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नगरदा के नहर से बरामद हुई।
गौरतलब है कि कोरबा जिले के उरगा थाना क्षेत्र अंतर्गत विद्युत वितरण केंद्र बरपाली में पदस्थ कनिष्ठ यंत्री हुनेंद्र कंवर और उनके अधीनस्थ कर्मचारी रविवार 18 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा विसर्जन करने के लिए बरपाली के नहर गए हुए थे। यहां रात करीब 9 बजे जब सभी लोग डीजे की धुन पर नाच रहे थे कि उसी समय जेई एकाएक लापता हो गए। उनके लापता होने की जानकारी से कर्मचारियों में खलबली मच गई लेकिन भय वश किसी को कुछ नहीं बताया और तलाश करते रहे। काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चला तो डायल 112 को सूचना दी गई । उरगा थाना प्रभारी निरीक्षक सनत सोनवानी को भी इस मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने रात में ही संज्ञान लिया। लापता जूनियर इंजीनियर की तलाश करने के साथ ही इस बात की आशंका प्रबल हुई थी कि वे कहीं नहर में ना गिर गए हों लेकिन प्रतिमा विसर्जन से पहले उनके लापता हो जाने से और भी सवाल उठ रहे थे। इस बीच यह भी जानकारी मिली कि उन्हें अंतिम बार नहर पुल की रेलिंग के ऊपर बैठे देखा गया था जिसके आधार पर यह आशंका बनी कि कहीं संतुलन बिगड़ जाने से वे नहर में न गिर पड़े हों।
इस आधार पर उनकी तरह नहर में भी शुरू की गई। पुलिस कंट्रोल रूम के जरिए नहर मार्ग वाले थानों को भी सूचित किया गया। आज सुबह ग्राम नगरदा से होकर बहने वाली नहर में लोगों ने एक शव तैरते हुए देखा जिसे किनारे लाकर पहचान हुनेन्द्र कंवर के रूप में की गई। उरगा पुलिस को सूचना देने के साथ ही नगरदा पुलिस द्वारा वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। इधर जेई श्री कंवर के आकस्मिक निधन की खबर से परिजनों, विभाग सहित उनके सहकर्मियों और मातहतों में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। इस बीच घटना को लेकर संदेह जताते हुए यह बात भी कही जा रही है कि उनके साथ कोई घटना की गई है। अपुष्ट तौर पर ज्ञात हुआ है कि कुछ वाद विवाद भी हुआ था और माथे पर चोट के निशान व रक्तस्राव के धब्बे मिलने से आशंका को बल मिल रहा है। फिलहाल जेई की मौत की वजह नहर के पानी में डूबना है या कुछ और इसके लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार करना होगा।