विधानसभा चुनाव 2023 के लिए पहले चरण की 20 सीटों पर नामांकन और नाम वापसी की प्रक्रिया होने के बाद 30 प्रत्याशी मैदान से बाहर हो गए हैं। अब 223 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं
विधानसभा चुनाव 2023 के लिए पहले चरण की 20 सीटों पर नामांकन और नाम वापसी की प्रक्रिया होने के बाद 30 प्रत्याशी मैदान से बाहर हो गए हैं। अब 223 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक छह प्रत्याशियों ने नाम वापस लिए। पहले चरण के विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन पत्रों की संवीक्षा के बाद कुल 253 अभ्यर्थियों के नामांकन विधिमान्य पाए गए थे, जबकि प्रथम चरण में नामांकन के अंतिम दिन 20 अक्टूबर तक कुल 294 अभ्यर्थियों ने नामांकन दाखिल किया था।
विधानसभा निर्वाचन 2023 अंतर्गत प्रथम चरण में अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में 13, भानुप्रतापपुर में 14, कांकेर में नौ, केशकाल में 10, कोंडागांव में आठ, नारायणपुर में आठ, बस्तर में आठ, जगदलपुर में 11, चित्रकोट में सात, दंतेवाड़ा में सात, बीजापुर में आठ, कोंटा में आठ, खैरागढ़ में 11, डोंगरगढ़ में 10, राजनांदगांव में 29, डोंगरगांव में 12, खुज्जी में 10, मोहला-मानपुर में नौ, कवर्धा में 16 तथा पंडरिया में 14 प्रत्याशी शेष बचे हैं। पहले चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की कुल संख्या 40 लाख 78 हजार 681 हैं, जिसमें 19 लाख 93 हजार 937 पुरुष, 20 लाख 84 हजार 675 महिलाएं तथा 69 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों के लिए कुल पांच हजार 304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
टिकट वितरण से उपजे विरोध के बीच फंसी कांग्रेस और भाजपा
चुनावी रण में कांग्रेस ने सभी सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, लेकिन उसकी कई सीटें ऐसी हैं, जहां टिकट से वंचित नामांकन फार्म खरीदकर निर्दलीय मैदान में उतरने को तैयार हैं। यही हाल भाजपा का भी है। भाजपा अभी तक 90 में से 86 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है, लेकिन कुछ सीटों पर असंतोष की लहर है। इससे दोनों ही पार्टियां चिंतित तो हैं, लेकिन दावा यही कर रही हैं कि अंतत: रूठों को मना ही लिया जाएगा।
बता दें कि कांग्रेस ने 22 विधायकों का टिकट काटा है, वहीं भाजपा ने 13 में से एकमात्र विधायक को चुनाव मैदान से बाहर किया है। यानी कांग्रेस के सामने स्थिति ज्यादा गंभीर है। आने वाले दिनों में राजनीतिक समीकरण में परिवर्तन की आशंका जताई जा रही है। राज्य के कई जिलों में बगावत से सुर फूटने लगे हैं।
दूसरे चरण की 70 विधानसभा क्षेत्रों के लिए दूसरे दिन सोमवार को कुल 59 नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सबसे अधिक अहिवारा और सक्ती विधानसभा क्षेत्रों में चार-चार नामांकन पत्र दाखिल किए गए।
चंद्रपुर, जैजैपुर, रायपुर ग्रामीण, डौंडीलोहारा से तीन-तीन, मनेन्द्रगढ़, कोटा, मस्तूरी, बिलाईगढ़, कुरूद, दुर्ग शहर, भिलाई नगर, साजा, बेमेतरा, कटघोरा से दो-दो, भरतपुर-सोनहत, बैकुंठपुर, प्रेमनगर, भटगांव, सामरी, रायगढ़, सारंगढ़, रामपुर, मरवाही, तखतपुर, बिलासपुर, अकलतरा, पामगढ़, बसना, खल्लारी, भाटापारा, अभनपुर, राजिम, बिन्द्रानवागढ़, सिहावा, गुंडरदेही, पाटन, दुर्ग ग्रामीण, वैशाली नगर से एक-एक नामांकन पत्र दाखिल किए गए है। इस प्रकार अब तक 43 अभ्यर्थियों ने 64 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा निर्वाचन 2023 अंतर्गत द्वितीय चरण में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग तथा सरगुजा संभाग के कुल 70 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। प्रदेश में द्वितीय चरण में हो रहे निर्वाचन के लिए प्रत्याशी 30 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल कर सकते हैं। द्वितीय चरण के लिए नामांकन पत्रों की संवीक्षा 31 अक्टूबर को होगी। अभ्यर्थियों द्वारा नाम वापस लेने की अंतिम तिथि दो नवंबर हैं।
विधानसभा निर्वाचन 2023 अंतर्गत द्वितीय चरण में भरतपुर-सोनहट, मनेन्द्रगढ़, बैकुंठपुर, प्रेमनगर, भटगांव, प्रतापपुर, रामानुजगंज, सामरी, लुंड्रा, अंबिकापुर, सीतापुर, जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगांव, लैलूंगा, रायगढ़, सारंगढ़, खरसिया, धर्मजयगढ़, रामपुर, कोरबा, कटघोरा, पाली-तानाखार, मरवाही, कोटा, लोरमी, मुंगेली, तखतपुर, बिल्हा, बिलासपुर, बेलतरा, मस्तूरी, अकलतरा, जांजगीर-चांपा सहित अन्य सीटों के लिए मतदान होगा।
नाग को टिकट नहीं मिलने से 29 लोगों का इस्तीफा
कांग्रेस से टिकट कटने के बाद बागी होकर चुनाव लड़ रहे विधायक अनूप नाग के समर्थन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व विधायक प्रतिनिधि सहित 29 लोगों ने प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। त्यागपत्र देने वालों में कई पार्टी संगठन के जिम्मेदार पदाधिकारी भी हैं। बताया जाता है कि प्रत्याशी बदलने से पूर्व राय नहीं लेने से कार्यकर्ता नाराज थे। साथ ही उनकी नाराजगी कांग्रेस द्वारा बनाए गए प्रत्याशी पर भी थी, जिस कारण सभी ने पार्टी से त्यागपत्र देकर अनूप नाग का प्रचार करने का निर्णय लिया है।
धमतरी में गुरुमुख सिंह होरा ने कहा-भावनाओं से पार्टी को कराऊंगा अवगत
धमतरी से पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा को दावेदार माना जा रहा था। उनका टिकट कट गया है। उन्हाेंने अपने निवास में रविवार को समर्थकाें सहित बैठक की। बैठक में होरा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान तो नहीं किया, लेकिन इच्छुक होने की बात जरूर जाहिर कर दी। बैठक में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हाईकमान से मिलकर अपनी भावनाओं से अवगत करवाएंगे। निर्णायक बैठक होगी, जिसमें जनता के बीच ही मेरा निर्णय होगा।