बालकोनगर, 12 नवंबर 2022। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक सिन्हा एवं उनकी टीम ने दादर खुर्द (खरमोरा) निवासी 20 वर्षीय युवक के पैरों की टूटी हड्डी और सड़ चुके मांसपेशियों को सही करने के लिए कई चरणों में सर्जरी की गई। ट्रक की चपेट में आने से लकी राम यादव का एक्सीडेंट हुआ जिसे तत्काल कोरबा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हालत बिगड़ने पर मरीज को नाजुक स्थिति में चौथे दिन परिजनों ने बालको अस्पताल में भर्ती कराया। एक्सीडेंट में मरीज के दाएं पंजे की हड्डी एवं मांस पूरी तरह से क्रश हो चुके थे और पंजे की तीन हड्डियां बाहर आ गई थी। इसके अलावा जांघ की हड्डी टूटने के साथ ही घुटने तक की चमड़ी खराब हो गई थी जिसमें खून की कमी से सड़ांध फैल चुका था। डाक्टर के अनुसार मरीज की जान बचाना मुश्किल था और लगा कि जान बचाने के लिए पैर काटना पड़ता।
मरीज के घर वालों को सारी स्थिति बताकर पहला ऑपरेशन किया गया जिसमें खराब हुई चमड़ी और मांस (जांघ के पास) को निकाला गया। जांघ की टूटी हड्डी में रॉड डाला गया। पंजे की सड़ी तीन हड्डियों को निकालकर हटाया गया जिसकी वजह से शेप खराब हो गया तो पंजे की बची पहली एवं पांचवी हड्डी में तार डालकर सही किया गया। पंजे के घाव की अच्छे तरीके से सफाई की गई जिसमें से मिट्टी, घास के टुकड़े निकले। डॉ. के सामने चुनौती थी कि इतने बढ़े घाव को भरे कैसे? लगातार ड्रेसिंग करने और दवाईयों की वजह से घाव में धीरे-धीरे सुधार हुआ।
दूसरे ऑपरेशन में दाहिने जांघ के घाव पर बाये जांघ से चमड़ी निकालकर (स्किन ग्राफिटिंग) लगाई गई जो एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें कई बार मांस नए स्किन को स्वीकार नहीं करता लेकिन यह सर्जरी सफल रही। एक और ऑपरेशन किया गया जिसमें दाहिने जांघ से चमड़ी निकालकर दाहिने पंजे पर चढ़ाई गई। ड्रेसिंग और देखभाल से घाव में जल्द सुधार हुआ तथा दो महीने भर्ती रहने के पश्चात मरीज पूर्ण स्वस्थ्य होकर अपने घर गया। इन ऑपरेशनों के दौरान कुल 12 बॉटल खून चढ़ाया गया। मरीज का सारा इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत निःशुल्क किया गया।
डॉ. सिन्हा ने बताया कि बालको अस्पताल में क्षतिग्रस्त हड्डी और मांसपेशियों की सर्जरी 100 फीसदी सफल रही। ऑपरेशन के बाद अब मरीज अपने पैर का संचालन ठीक से कर पा रहे हैं। मरीज के परिवारजनों ने बालको प्रबंधन का साधुवाद किया उन्होंने कि अस्पताल की उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाओं से मरीज की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ। अस्पताल के चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों का व्यवहार मरीजों और उनके परिवारजनों के प्रति बेहतरीन है। बालको अस्पताल की सेवाओं से वो पूरी तरह संतुष्ट हैं।