BREAKING : संभल हिंसा की SIT जांच के लिए हाईकोर्ट में याचिका
संभल ,UP के संभल में हुई हिंसा और 4 युवकों की मौत का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया। हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई। इसमें रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में SIT जांच की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि संभल में पुलिस ने बर्बरता की। डीएम, एसपी, मुरादाबाद कमिश्नर की भूमिका की जांच की भी मांग की गई।
इधर, हिंसा से जुड़ा एक ऑडियो सामने आया है। इसमें एक शख्स दूसरे को ‘सामान’ लेकर जामा मस्जिद के पास बुला रहा है। दूसरे युवक ने पूछा कि कहां आना है तो कहा कि जुबैर के घर के पास आना है। सूत्रों ने बताया आरोपियों के मोबाइल से यह ऑडियो पुलिस ने रिकवर किया। सामान शब्द का मतलब हथियार से है।
सपा नेता रामगोपाल यादव ने अजमेर शरीफ मुद्दे पर कहा- छोटे-छोटे जज बैठे हैं जो इस देश में आग लगवाना चाहते हैं। कोई मतलब नहीं है इसका। सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा समर्थित लोग कुछ भी कर सकते हैं। देश में आग लग जाए इससे इन्हें कोई मतलब नहीं है।
यूपी के संभल में हुई हिंसा और 4 युवकों की मौत का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। संभल हिंसा को लेकर हाईकोर्ट में एक जनिहित याचिका दाखिल की गई है। याचिका में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में एसआईटी से जांच कराने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि संभल में पुलिस ने बर्बरता की है। याचिका में फायरिंग और बर्बरता में शामिल पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की भी मांग की गई है।
साथ ही संभल डीएम, एसपी, मुरादाबाद कमिश्नर के साथ संबंधित अधिकारियों की भूमिका की जांच की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि सर्वे से लेकर हुई हिंसा की पूरी घटना की विस्तृत जांच CBI से कराई जाए। वाराणसी के समाजसेवी डॉ. आनंद प्रकाश तिवारी की तरफ से वकील इमरान उल्लाह और वकील विनीत विक्रम ने यह याचिका दाखिल की है।