Netagiri.in-रेनू जायसवाल—मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर निगम के अधिकारी पलीता लगा रहे हैं महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन के बाद संचालन और व्यवस्थाओं में निगम अधिकारियों की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है
कोरबा नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत डिगापुर में बीते 29 जुलाई को छत्तीसगढ़ के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ई लाइब्रेरी का उद्घाटन किया था लगभग 4 करोड़ की लागत से स्थापित इस लाइब्रेरी में बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य की तैयारी करने के उद्देश्य से ई लाइब्रेरी का उद्घाटन किया गया था
ताकि क्षेत्र के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी करने के लिए एक अनुकूल वातावरण मिल सके तो वही छोटे बच्चों की भी स्मार्ट क्लासेस के लिए व्यवस्थाएं की गई थी हाईटेक रूप से तैयार इसकी लाइब्रेरी के मुख्यमंत्री उद्घाटन करने के बाद आज पर्यंत तक झाड़ू नहीं लगी और कचरो के ढेर में बच्चे अपना भविष्य तरासने को मजबूर है ऐसा नहीं है कि यहां प्रशासनिक अधिकारियों का आना-जाना नहीं है
निर्वाचन संबंधी कुछ कामकाज भी यहां बैठकर प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी करते नजर आ रहे हैं बावजूद इसके आज तक यहां कूड़े के देर में किसी अधिकारी की नजर नहीं पड़ी और गंदगी का आलम यहां आकर पढ़ रहे बच्चों के दिमाग पर असुरक्षित असर डाल रहा है
मामले में निगम के जिम्मेदार इंजीनियर राहुल मिश्रा का कहना है कि ई लाइब्रेरी संचालन का टेंडर अहमदाबाद की किसी कंपनी को दिया गया है और इसकी समुचित व्यवस्था करना उसकी जिम्मेदारी है लेकिन गौर करने वाली यह बात यह है कि जब टेंडर लेने वाली कंपनी के पास समुचित मानव संसाधन ई लाइब्रेरी के संचालन के लिए नहीं है तो उसे टेंडर किस आधार पर दे दिया गया बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन किए जाने के बाद से आज पर्यंत तक ई लाइब्रेरी में झाड़ू नहीं लगी ना ही वहां सफाई कर्मी की नियुक्ति है मात्र एक वॉचमेन और एक रिसेप्शनिस्ट की नियुक्ति की गई है सफाई कर्मी नियुक्त नहीं होने के चलते कचड़ों का ढेर ई लाइब्रेरी में शहर की सफाई व्यवस्था की भी गवाही दे रहा है क्योंकि जब हाईटेक बने ई लाइब्रेरी में सफाई व्यवस्था का यह हाल है तो शहर के बाकी जगह में क्या हाल होगा
बाईट –चौकीदार ई लाइब्रेरी