विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा ने दुसरे चरण के लिए अपने अपने उम्मीदवारो की सूचि घोषित कर दी है
विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने पहले और दूसरे चरण के लिए अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। सभी ने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है।पहले चरण में प्रदेश की 20 विधानसभा सीटों में से 9 सीटें वीआईपी यानी हाई प्रोफाइल सीटें हैं। वहीं दूसरे चरण में 70 विधानसभा सीटों में से 34 सीटें वीआईपी हैं। कुल मिलाकर प्रदेश में 43 सीटें हाई प्रोफाइल हैं। इन सीटों पर बीजेपी, कांग्रेस और जेसीसीजे के दिग्गज नेताओं के बीच मुकाबला होगा। भाजपा, कांग्रेस और जेसीसीजे के प्रत्याशी एक दूसरे को कड़ी टक्कर देंगे।
पहले चरण के लिए 7 नवंबर को प्रदेश में चुनाव कराए जाएंगे। इसके तहत छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित संभाग बस्तर की 12 सीटों और दुर्ग संभाग के नक्सल प्रभावित जिले राजनांदगांव, कवर्धा और खैरागढ़ की विधानसभा सीटों पर चुनाव कराए जाएंगे। पहले चरण में प्रदेश की कुल 20 विधानसभा सीटों पर चुनाव कराए जाएंगे। इसके लिए निर्वाचन आयोग ने पूरी तैयारी कर रखी है। इसके बाद 17 नवंबर को प्रदेश की कुल 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे।
नारायणपुर से बीजेपी प्रत्याशी केदार कश्यप के सामने कांग्रेस प्रत्याशी चंदन कश्यप
कोंडागांव से बीजेपी प्रत्याशी लता उसेंडी के सामने कांग्रेस प्रत्याशी मोहनलाल मरकाम
केशकाल से बीजेपी प्रत्याशी नीलकंठ टेकाम के सामने कांग्रेस प्रत्याशी संतराम नेताम
दंतेवाड़ा से बीजेपी प्रत्याशी चेतराम अरामी के सामने कांग्रेस प्रत्याशी छविंद्र महेंद्र कर्मा
अंतागढ़ से बीजेपी प्रत्याशी विक्रम उसेंडी के सामने कांग्रेस प्रत्याशी रुप सिंह पोटाई
कोंटा से बीजेपी प्रत्याशी सोयम मुका के सामने कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा
चित्रकोट से बीजेपी प्रत्याशी विनायक गोयल के सामने कांग्रेस प्रत्याशी दीपक बैज
राजनांदगांव से बीजेपी प्रत्याशी रमन सिंह के सामने कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन
कवर्धा से बीजेपी प्रत्याशी विजय शर्मा के सामने कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद अकबर
अंबिकापुर से बीजेपी प्रत्याशी राजेश अग्रवाल के सामने कांग्रेस प्रत्याशी त्रिभुनेश्वर शरण सिंहदेव
सीतापुर से बीजेपी प्रत्याशी रामकुमार टोप्पो के सामने कांग्रेस प्रत्याशी अमरजीत भगत
कुनकुरी से विष्णुदेव साय के सामने कांग्रेस प्रत्याशी यूडी मिंज
पत्थलगांव से भाजपा प्रत्याशी गोमती साय के सामने कांग्रेस प्रत्याशी रामपुकार सिंह
रामानुजगंज से भाजपा प्रत्याशी राम विचार नेताम के सामने कांग्रेस प्रत्याशी अजय तिर्की
भरतपुर-सोनहत से भाजपा प्रत्याशी रेणुका सिंह के सामने कांग्रेस प्रत्याशी गुलाब सिंह कमरो
बिलासपुर से भाजपा प्रत्याशी अमर अग्रवाल के सामने कांग्रेस प्रत्याशी शैलेश पांडे
कोटा से भाजपा प्रत्याशी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के सामने कांग्रेस प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव और यही से जेसीसीजे प्रत्याशी अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी हैं।
तखतपुर से भाजपा प्रत्याशी धर्मजीत सिंह के सामने कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि सिंह
बिल्हा से भाजपा प्रत्याशी धरमलाल कौशिक के सामने कांग्रेस प्रत्याशी सियाराम कौशिक
मुंगेली से भाजपा प्रत्याशी पुन्नू लाल मोहले के सामने कांग्रेस प्रत्याशी संजीत बनर्जी
लोरमी से भाजपा प्रत्याशी अरुण साव के सामने कांग्रेस प्रत्याशी थानेश्वर साहू
जांजगीर चांपा से भाजपा प्रत्याशी नारायण चंदेल के सामने कांग्रेस प्रत्याशी व्यास कश्यप
सक्ति से बीजेपी प्रत्याशी खिलावन साहू के सामने कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. चरणदास महंत
चंद्रपुर से भाजपा प्रत्याशी संयोगिता सिंह जूदेव के सामने कांग्रेस प्रत्याशी रामकुमार यादव
रायगढ़ से भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी के सामने कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश नायक
खरसिया से बीजेपी प्रत्याशी महेश साहू के सामने कांग्रेस प्रत्याशी उमेश पटेल
कोरबा से बीजेपी प्रत्याशी लखनलाल देवांगन के सामने कांग्रेस प्रत्याशी जयसिंह अग्रवाल
रामपुर से भाजपा प्रत्याशी ननकी रामकवंर के सामने कांग्रेस प्रत्याशी फूलसिंह रठिया
रायपुर दक्षिण से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल के सामने कांग्रेस प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास
रायपुर पश्चिम से भाजपा प्रत्याशी राजेश मूणत के सामने कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय
रायपुर ग्रामीण से भाजपा प्रत्याशी मोतीलाल साहू के सामने कांग्रेस प्रत्याशी पंकज शर्मा
धरसीवां से भाजपा प्रत्याशी अनुज शर्मा के सामने कांग्रेस प्रत्याशी छाया वर्मा
अभनपुर से भाजपा प्रत्याशी इंद्र कुमार साहू के सामने कांग्रेस प्रत्याशी धनेंद्र साहू
आरंग से बीजेपी प्रत्याशी गुरु खुशवंत सिंह के सामने कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. शिवकुमार डहरिया
राजिम से भाजपा प्रत्याशी रोहित साहू के सामने कांग्रेस प्रत्याशी अमितेष शुक्ला
डोंडीलोहारा से बीजेपी प्रत्याशी देवलाल हलवा ठाकुर के सामने कांग्रेस प्रत्याशी अनिला भेड़िया
दुर्ग शहर से भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र यादव के सामने कांग्रेस प्रत्याशी अरुण वोरा
दुर्ग ग्रामीण से बीजेपी प्रत्याशी ललित चंद्राकर के सामने कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू
भिलाई नगर से भाजपा प्रत्याशी से प्रेम प्रकाश पांडे के सामने कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव
पाटन से बीजेपी प्रत्याशी विजय बघेल के सामने कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल और यहीं से जेसीसीजे प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी भी चुनानी मैदान में है।
साजा से बीजेपी प्रत्याशी ईश्वर साहू के सामने कांग्रेस प्रत्याशी रविंद्र चौबे
नवागढ़ से बीजेपी प्रत्याशी दयाल दास बघेल के सामने कांग्रेस प्रत्याशी गुरु रुद्र कुमार
कुरूद से भाजपा प्रत्याशी अजय चंद्राकर के सामने कांग्रेस प्रत्याशी तारिणी चंद्राकर
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम- 2018
कांग्रेस-68
बीजेपी -15
जेसीसीजे-5
बसपा- 2
कुल वोटिंग- 76.45%
90 विधानसभा सीटों पर आरक्षण का गणित
छत्तीसगढ़ में विधानसभा सीटों की बात करें तो छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटें हैं, इसमें से 39 सीटें आरक्षित है, 29 अनुसूचित जनजाति (एसटी) और 10 अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं। 51 सीट सामान्य है। प्रदेश की कुल आबादी में 32 फीसदी आदिवासी वर्ग यानी की अनुसूचित जनजाति से है। 13 फीसदी आबादी एससी यानी की अनुसूचित जाति वर्ग से आती है और सबसे बड़ा जनाधार जो की 47 फीसदी है वह ओबीसी वर्ग से है।
साल 2018 में दो चरणों में हुआ था चुनाव
छत्तीसगढ़ राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराया गया था। इस चुनाव के लिए कुल 1,269 उम्मीदवार मैदान में थे। राज्य में प्रति निर्वाचन क्षेत्र में औसतन 14 प्रत्याशी मैदान में थे। मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 1,42,11,333 थी। इनमें से 71,36,626 पुरुष, 70,74,636 महिलाएं और 191 थर्ड जेंडर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। पुरुषों के लिए मतदान 76.58%, महिलाओं के लिए 76.33% और कुल मतदान 76.45% रहा। पहले चरण का मतदान 12 नवंबर 2018 और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर 2018 को हुआ था। छत्तीसगढ़ के चुनाव नतीजे 11 दिसंबर को आए थे। इसके बाद 68 सीटों के साथ कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। भूपेश बघेल सीएम बनाए गए थे।
छत्तीसगढ़ की वर्तमान राजनीतिक स्थिति
इस बार के चुनाव में कांग्रेस के सामने सरकार बचाने की चुनौती रहेगी। वहीं भाजपा एक बार फिर राज्य की सत्ता में आने की कोशिश करेगी। भाजपा और कांग्रेस ने 90 सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। अन्य दलों की बातें करें आप आदमी पार्टी 57, बसपा 58, जेसीसीजे 86 और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी 46 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ के सियासी समीकरण की बात करें तो इस वक्त 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 71, भाजपा के 13, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के 3 और बसपा 2 विधायक हैं। वहीं एक सीट रिक्त है।
इस बार किनके-किनके बीच मुकाबला
इस बार 2023 के चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच होने की उम्मीद है। इसके अलावा आप, बसपा, जेसीसीजे जैसे दल भी अपनी दावेदारी को मजबूत बता रहे हैं।
पिछली बार कब हुए थे चुनाव?
साल 2018 में राज्य में दो चरणों मतदान कराए गए थे। पहले चरण का मतदान 12 नवंबर 2018 और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर 2018 को हुआ था। छत्तीसगढ़ के चुनाव नतीजे 11 दिसंबर को आए थे। चुनाव नतीजे आए तो 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 68 और भाजपा को 15 सीटें मिली थीं। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने 5 सीटें जीते थीं और दो सीटें बसपा के खाते में गई थीं। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद हुए 5 उपचुनावों में से पांचों पर सत्ताधारी कांग्रेस ने जीत दर्ज की। इनमें से दो सीटें पहले से ही उसके पास थी जबकि पार्टी ने एक सीट भाजपा की तो दो सीटें जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की छीन लीं। इस तरह से राज्य में 15 साल बाद कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनी और भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने।
वोट डालने के समय दिखाने होंगे ये पहचान पत्र
अगर आपका नाम मतदाता सूची में है और मतदाता पहचान पत्र नहीं है तो बिल्कुल घबराइए मत। आप मतदाता पहचान पत्र न होने के बावजूद मतदान कर सकते हैं। चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई लिस्ट में शामिल आईडी में से कोई भी एक-दो आईडी आपके पास हो। चूंकि ये सामान्य बात है कि आज कल तमाम तरह की आईडी लोगों के पास होती है। ऐसे में आपके पास पासपोर्ट है, तो ये हर मर्ज की दवा है। मतदान केंद्र पर जाइए पासपोर्ट दिखाइए और मतदान करके सबसे बड़े त्योहार का हिस्सा बन जाइए। आप आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस का भी इस्तेमाल मतदान के दौरान कर सकते हैं। ड्राइविंग लाइसेंस भी आपकी पहचान स्थापित करता है, जिसकी वजह से मतदाता पहचान पत्र न होने के बावजूद आप अपना वोट डाल सकते हैं ।
मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल कब खत्म हो रहा है?
छत्तीसगढ़ विधानसभा का कार्यकाल 3 जनवरी 2024 को खत्म होगा। पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में हुआ था। इस चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी और भूपेश बघेल राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।