फ्लोरा मैक्स की 100 करोड़ की ठगी: महिलाओं के आत्मनिर्भरता के सपने को बनाया धोखा
कोरबा। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का झांसा देकर 100 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाली फ्लोरा मैक्स कंपनी के खिलाफ पुलिस ने बड़ा अभियान शुरू कर दिया है। सिटी कोतवाली पुलिस की जांच के बाद अब सीएसपी कोरबा भूषण एक्का के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम गठित कर व्यापक कार्रवाई की जा रही है। आरोपी डायरेक्टर अखिलेश सिंह को रिमांड पूरी होने के बाद कोर्ट ने जमानत देने से इनकार करते हुए जेल भेज दिया है।
बैंक लोन और निवेश का झांसा बन गया फांस
फ्लोरा मैक्स कंपनी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और आर्थिक मदद का वादा करते हुए उन्हें बैंक से लोन दिलवाकर निवेश कराने का लालच दिया। इस झांसे में आकर हजारों महिलाएं अपनी जमा पूंजी और मेहनत का पैसा गंवा बैठीं। अब पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर, कैशियर और अन्य प्रमुख लीडरों के बैंक खातों की जांच शुरू कर दी है।
डायरेक्टर की जमानत खारिज, टीम कर रही छापेमारी
डायरेक्टर अखिलेश सिंह से पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारी मिली है। पुलिस ने फ्लोरा मैक्स के सिटी सेंटर स्थित ऑफिस और दुकानों से कंप्यूटर, लैपटॉप और हार्ड डिस्क जब्त किए हैं। बैंक खातों और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का ब्योरा जुटाया जा रहा है। यहां तक कि आरोपियों के रिश्तेदारों को भी जांच के दायरे में रखा गया है।
सिर्फ कोरबा नहीं, कई जिलों में फैला नेटवर्क
फ्लोरा मैक्स ने कोरबा के अलावा चांपा, सक्ती, रायगढ़, अंबिकापुर और महासमुंद जैसे पड़ोसी जिलों में भी सेंटर खोलकर महिलाओं को अपने नेटवर्क में जोड़ा। चांपा में एक साल पहले शुरू किए गए सेंटर में भी करोड़ों की ठगी की गई।
क्या है पुलिस की अगली रणनीति?
पुलिस ने ठगी के इस बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए अलग-अलग जिलों में छापेमारी शुरू कर दी है। आरोपी लीडरों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार करने की तैयारी है। साथ ही कंपनी के संपत्ति रिकॉर्ड और लेन-देन का गहराई से विश्लेषण किया जा रहा है।