पीएससी में गड़बड़ी को लेकर पूर्व आईएएस और आईपीएस अधिकारी सीबीआई के रडार पर हो सकती है गिरफ्तारी… जांच ना होती तो 75-75 लाख छत्तीसगढ़ में बन जाते पीएससी अधिकारी
Netagiri.in—कोरबा –छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित पीएससी स्कैम में सीबीआई ने पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग इस्पात के डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है। इसके बाद पैसे देकर सलेक्शन कराए रसूखदारों में काफी बेचैनी है। दरअसल, ऐसे संकेत मिली रहे है कि सीबीआई कार्रवाई का दायरा बढ़ाते हुए एक आईपीएस और एक रिटायर आईएएस को भी हिरासत में ले सकती है।
सीजीपीएससी 2021-22 भर्ती में हुई गड़बड़ियों को लेकर जब पूर्व गृहमंत्री और भाजपा नेता ननकी राम कंवर ने अपने अधिक्ता के माध्यम से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की उस वक्त प्रदेश में कांग्रेस की सरकार काबिज थी। उस दौर की चर्चा इसलिए कि इस याचिका की जानकारी मीडिया के माध्यम से जिस किसी को हुई सभी असहज ही महसूस किया। दौर-दौरा की बात है। छत्तीसगढ़ के युवा से लेकर सभी वर्ग इस बात से भलीभांति परिचित भी है। मामला हाई कोर्ट पहुंचा। हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता पूर्व गृहमंत्री की तरफ से सौंपे गए 18 लोगों के नाम जब सार्वजनिक हुआ तब सभी ने आश्चर्य व्यक्त किया। एक बार फिर सीजीपीएससी की विश्वसनीयता तार-तार हुई। अफसरों की बदनियती भी सामने आई। हर किसी को भरोसा था कि इस मामले में कुछ तो होगा। सुनवाई के आगे-आगे बढ़ते-बढ़ते विधानसभा चुनाव का दौर आ गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का न्यायधानी में प्रवास तय हुआ। साइंस कालेज का वह मैदान आज भी उस बात का गवाह है जब प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को भरोसा दिलाया था, सीजीपीएससी भर्ती में गड़बड़ी की सीबीआई जांच कराने, दोषियों को जेल के सीखचों के पीछे पहुंचाने और छत्तीसगढ़ के युवाओं को न्याय दिलाने का वादा के साथ ही संकल्प लिया था। पीएम मोदी के संकल्पों को पूरा करने में मुख्यमंत्री विष्णुदेव की सरकार ने कोई कसर भी नहीं छोड़ी। बीते पांच साल से छत्तीसगढ़ में बैन सीबीआई की एक झटके में साय सरकार ने इंट्री कराई और सीजीपीएससी भर्ती में गड़बड़ी की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंप दी।
फर्जीवाड़े की जांच तेजी के साथ चल रही है,यह सोमवार को सार्वजनिक रूप से सामने आया। सीबीआई ने पूर्व चेयरमैन सोनवानी और एक उद्योगपति गोयल को अरेस्ट कर लिया है। सीबीआई के हाथ अब किसी भी दिन और किसी भी समय राज्य के एक आईएएस और एक पुलिस अफसर के गिरेबान तक पहुंच सकता है। राज्य के प्रशासनिक के साथ ही राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा अब तेज हो गई है। जिस अंदाज में सीबीआई चल रही है उससे इस बात की संभावना देखी जा रही है अभी और गिरफ्तारियां होंगी। इनमें कुछ नाम चौंकाने वाले भी हो सकते हैं।
हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा के डिवीजन बेंच ने शुरुआती सुनवाई के दौरान ही इन नियुक्तियों पर सवाल उठाया था। कोर्ट ने सीजीपीएससी और राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कड़ी नाराजगी जताई थी और जांच के निर्देश दिए थे, जिसके बाद पीएससी के अफसर सकते में आ गए थे। चीफ जस्टिस ने यह भी कहा था कि याचिका में जिस तरह आरोप लगाया गया है और सूची सौंपी गई है अगर सही है तो यह गंभीर बात है। कोर्ट ने यह भी कहा भी कहा था कि अफसरों के बेटे बेटियों का चयन हो सकता है,अगर यह संयोग है तो ठीक, गड़बड़ी हुई है तो गंभीर बात है।
छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग के गठन और उसके बाद अब तक जितनी भी परीक्षाएं सीजीपीएससी ने आयोजित की अमूमन सभी विवादों के घेरे में रहा है। सभी परीक्षाओं के बाद भर्ती का मामला हाई कोर्ट पहुंचा। सबसे ज्यादा चर्चित वर्ष 2003 में आयोजित पहली परीक्षा रही। मौजूदा दौर में वर्ष 2021-22 में आयोजित परीक्षा में तो भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों की सीमाएं ही लांघ दी है। छत्तीसगढ़ के युवाओं का भरोसा ही सीजीपीएससी के अफसरों ने तोड़ दिया है।
ये है वो नाम, जिसे लेकर मचा है बवाल
– नितेश, डिप्टी कलेक्टर, पीएससी के अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी का पुत्र, सरनेम छिपाया गया
– साहिल, डीएसपी, पीएससी के अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी के बड़े भाई का पुत्र, सरनेम छिपाया गया
– निशा कोशले, डिप्टी कलेक्टर, पीएससी के अध्यक्ष टामन सिंह के पुत्र नितेश की पत्नी
– दीपा अजगले/आदिल जिला आबकारी अधिकारी, पीएससी के अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी के भाई की बहू
– सुनीता जोशी, लेबर आफिसर, पीएससी के अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी की बहन की पुत्री
– सुमित ध्रुव, डिप्टी कलेक्टर, लोक सेवा आयोग के सचिव अमृत खलखो का पुत्र
– नेहा खलखो, डिप्टी कलेक्टर, लोक सेवा आयोग के सचिव अमृत खलखो की पुत्री
– निखिल खलखो, डिप्टी कलेक्टर, लोक सेवा आयोग के सचिव अमृत खलखो का पुत्र
– साक्षी ध्रुव, डिप्टी कलेक्टर, बस्तर नक्सल आपरेशन के डीआइजी ध्रुव की पुत्री
– प्रज्ञा नायक, डिप्टी कलेक्टर कांग्रेस नेता के ओएसडी के रिश्तेदार की पुत्री
– प्रखर नायक, डिप्टी कलेक्टर, कांग्रेस नेता के ओएसडी के रिश्तेदार का पुत्र
– अन्यया अग्रवाल, डिप्टी कलेक्टर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता की पुत्री
– शशांक गोयल, डिप्टी कलेक्टर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुधीर कटियार का दामाद
– भूमिका कटियार, डिप्टी कलेक्क्टर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुधीर कटियार की पुत्री।
– खुशबू बिजौरा, डिप्टी कलेक्टर, कांग्रेस नेता के ओएसडी के साढू भाई की पुत्री।
– स्वर्णिम शुक्ला,सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग, कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला का पुत्र
– राजेंद्र कुमार कौशिक, डिप्टी कलेक्टर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता का पुत्र
– मिनीक्षी गनवीर, डिप्टी कलेक्टर, गनवीर की पुत्री जो कि लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी के साथ रहती हैं।