संकेत साहित्य समिति,जिला इकाई कोरबा के तत्वावधान में पं.मुकुटधर पाण्डेय साहित्य भवन में दिनांक 01.12.2022 को ग़ज़ल संध्या एवं काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया गया।माँ सरस्वती की पूजा एवं वंदना के पश्चात दो चरणों में संपन्न हुए कार्यक्रम के प्रथम चरण में सेवा निवृत व्याख्याता हेमंत माहुलीकर द्वारा सस्वर.ख्यातिनाम ग़ज़लकारों की उम्दा ग़ज़लों की शानदार प्रस्तुति दी गई। अपने सुमधुर आवाज़ से उन्होंने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। साहित्य भवन समिति द्वारा हेमंत माहुलीकर का सम्मान किया गया. द्वितीय चरण में मंचस्थ संकेत साहित्य समिति कोरबा के संरक्षक- युनुस दानियालपुरी, अध्यक्ष -कमलेश यादव, वरिष्ठ कवि जे. पी. श्रीवास्तव, हेमंत माहुलीकर , साहित्य भवन समिति के अध्यक्ष दिलीप अग्रवाल एवं प्राचार्य श्रीमती जय श्री की गरिमामयी उपस्थिति में कोरबा के प्रतिनिधि साहित्यकारों ने विविध विधाओं की रोचक रचनाएँ प्रस्तुत कीं। संकेत साहित्य समिति के संस्थापक एवं प्रांतीय अध्यक्ष डॉ.माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ने कार्यक्रम के अभिनव आयोजन की सराहना करते हुए बधाई प्रेषित किया। अतीत के यादों में डूबकर पत्रकार और वरिष्ठ साहित्यकार कमलेश यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुये, कोरबा के उन सारे दिग्गज साहित्यकारों का नाम गिनाया जो संकेत के बैनर तले अपनी क़लम से देश, राज और समाज को संकेत देते थे। जनाब यूनुस दानियालपुरी और जेपी श्रीवास्तव ने संकेत साहित्य समिति के गठन और धुँवाधार होने वाली गोष्ठियों का जिक्र करते हुये कहा कि आज के दौर के कलमकारों को गोष्ठियों में उपस्थित होकर त्रुटिहीन साहित्य लेखन हेतु समझ बनाना आवश्यक है। हेमन्त महुलीकर, जय श्री महुलीकर और दिलीप अग्रवाल ने भी विचार व्यक्त किये। कृष्ण कुमार चन्द्रा एवं जितेन्द्र वर्मा खैरझिटिया के सफल संचालन में मंचस्थ अतिथियों के अलावा काव्यगोष्ठी में जिन साहित्यकारों ने अपनी रचनाएँ पढ़ी उनमें इकबाल अंजान, कृष्ण कुमार चन्द्रा, बलराम राठौर, श्रीमती अंजना सिंह, भुवनेश्वर देवांगन, जितेन्द्र वर्मा, वीणा मिस्त्री, एस.पी.साहू, धरम साहू, हिमांशु चतुर्वेदी, संतोष साहू, शिव साहू, घनश्याम श्रीवास, अनुसूईया श्रीवास, मनीष कुमार एवं जगदीश श्रीवास का नाम प्रमुख है। इस अवसर पर दुर्गा श्रीवास एवं सोनी जी उपस्थित रहे. कार्यक्रम के अंत में संकेत साहित्य समिति के सचिव कृष्ण कुमार चन्द्रा ने आमंत्रित अतिथियों एवं साहित्यकारों का आभार व्यक्त किया।