नील सरोवर पार में शिव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का विशाल भंडारे सहित भव्य आयोजन
खरसिया। 22 जनवरी को विकासखंड मुख्यालय ग्राम मदनपुर के निवासियों के लिए दोहरी खुशी का दिन था क्योंकि उस दिन एक ओर जहाँ अवध में श्री रामलला का आगमन हो रहा था तो वहीं दूसरी ओर मदनपुर के नील सरोवर पार में श्री मदनेश्वर नाथ महादेव का सपरिवार आगमन हुआ। इस दौरान विशाल भोग भंडारा का आयोजन भी किया गया जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर स्थानीय विधायक और प्रदेश के पूर्व केबिनेट मंत्री उमेश पटेल साथियों सहित प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विशेष रूप से उपस्थित हुए।
गौरतलब है कि मदनपुर के नील सरोवर पार में शिव भक्तों के सहयोग से निर्मित शिवालय में 22 जनवरी को श्री मदनेश्वर नाथ महादेव के साथ ही माता पार्वती, भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय और शिवगणों की प्राण प्रतिष्ठा की गई। दो दिनों के इस भव्य धार्मिक आयोजन के तहत पहले दिन 21 जनवरी रविवार को सुबह 10 बजे तहसील कार्यालय के सामने स्थित मंदिर परिसर से विशाल कलश यात्रा निकाली गई जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाओं और युवतियों समेत भक्तगण शामिल हुए।अगले दिन 22 जनवरी सोमवार को सुबह 10 बजे से शिव परिवार के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू हुआ जो दोपहर तक चला। उसके पश्चात भक्तों के लिए प्रसाद स्वरूप भोग भंडारा का आयोजन किया गया जिसमें हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इसी दौरान स्थानीय विधायक और राज्य के पूर्व केबिनेट मंत्री उमेश पटेल का साथियों सहित प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आगमन हुआ। उन्होंने भगवान मदनेश्वर नाथ महादेव का दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया। इसी तरह पिकप के पूर्व संयोजक बालकराम पटेल, साहू संघ के महेश साहू, नेत्रानंद पटेल, मनोज गबेल, नीरज पटेल, कमल गर्ग, अवधनारायण सोनी, आनंद अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए। इस दौरान समूचे मदनपुर वासियों ने भंडारा में श्रमदान कर इस विशाल भंडारे में हजारों भक्तों को प्रसाद वितरण कर कार्यक्रम को सफल बनाया।
उसी दिन शाम को 5 बजे से मंदिर परिसर में ही सामुहिक सुंदरकांड पाठ आयोजित किया गया। देर शाम अयोध्या धाम में श्रीरामचन्द्र जी के आगमन के मद्देनजर मंदिर परिसर में दीप जलाकर और आतिशबाजी करके इस दिन को यादगार बनाया गया। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्यता प्रदान करने और यादगार बनाने के लिए ग्राम मदनपुर के नागरिकगण कई दिनों से तैयारियों में लगे हुए थे और इसी कारण यह आयोजन सफल हुआ।