छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर के सरकारी अस्पताल में मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई जहां दबंगों ने एक युवक को अस्पताल के अंदर महिला नर्स एवं अन्य स्टाफ के सामने निर्वस्त्र कर बेहोश होते तक युवक को पीटा
घटना सुबह 8:00 बजे की है जब सफीक नाम का एक युवक इलाज कराने अस्पताल पहुंचा था जैसे ही युवक अस्पताल पहुंचा पीछे से मुन्ना यादव और उसका बेटा अपने साथी के साथ अस्पताल पहुंचे उनके हाथ में लोहे का एक झारा भी था जिसमें से युवक को निर्वस्त्र कर बेहोश होते तक पीटा गया,
वही इस घटना के दौरान अस्पताल में मौजूद कर्मियों को भी गाली गलौज व डराया धमकाया गया स्टाफ की सूचना पर पहुंचे बीएमओ दीपक राज को भी मारने के लिए दौड़ाया गया लेकिन उन्होंने अस्पताल के बाहर भाग कर छिपकर अपनी जान बचाई, डॉक्टर दीपक राज ने बताया कि मारने वाले 2 लोगों के अलावा कार से और लोग भी आए थे जो हाथ में टांगी पकड़े थे जो भीड़ देखकर भाग गए
बताया जा रहा है कि अस्पताल से महज 100 मीटर की दूरी पर शहर कोतवाल थाना स्थित है जहां अस्पताल का स्टाफ मदद के लिए पहुंचा लेकिन उसे वहां लगभग एक घंटा इंतजार करना पड़ा इसके बाद 112 की टीम ने पहुंचकर बेहोश पड़े घायल युवक को जिला अस्पताल इलाज के लिये पहुंचाया मामले में कोतवाली थाना प्रभारी राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि शफीक और मुन्ना यादव के बीच शराब पीकर बस स्टैंड से मारपीट की घटना शुरू हुई जिसके बाद सफीक अस्पताल पहुंचा था और वहां भी पहुंच कर मुन्ना यादव और उसके बेटे द्वारा मारपीट किया गया है पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने भी पुलिस अधीक्षक से कार्यवाही के लिए मांग किया है, स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंपा गया है
वहीं इस घटना से अस्पताल परिसर में सुरक्षा की पोल खोल दी है जबकि यहां 24 घंटे सेवा देने वाले महिला एवं पुरुष कर्मी होते हैं जो ओपीडी सेवाओं के लिए भी उपलब्ध रहते हैं बावजूद इसके सिक्योरिटी गार्ड कि यहां मौजूदगी नहीं थी जिसके चलते अस्पताल परिसर के अंदर इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया ।