कृपालु महाराज की पुत्री विशाखा त्रिपाठी का सड़क हादसे में निधन, दो बहने घायल, यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुई दुर्घटना
वृंदावन। जगद्गुरु कृपालु महाराज की बड़ी बेटी डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी की नोएडा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर रात ढाई बजे एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। उनका पार्थिव शरीर शाम चार बजे तक वृंदावन के प्रेममंदिर लाया जाएगा। इसके बाद अनुयायियों के दर्शनार्थ शव रखा जाएगा। सोमवार को विशाखा त्रिपाठी का यमुना तट पर अंतिम संस्कार होगा।जगद्गरु कृपालु परिषत भक्तिधाम की अध्यक्ष डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी को रविवार को तीन दिन के प्रवास पर सिंहापुर के लिए रवाना होना था। इसके लिए रात करीब ढाई बजे दो गाड़ियों में से एक में विशाखा त्रिपााठी व दो अन्य लोग बैठे थे। दूसरी गाड़ी में विशाखा की बहन डॉक्टर श्यामा त्रिपाठी व डॉक्टर कृष्णा त्रिपाठी बैठी थीं।
कब और क्यों मनाई जाती है उत्पन्ना एकादशी
रात ढाई बजे यमुना एक्सप्रेस-वे से होकर दिल्ली के भक्तिधाम पहुंचने का कार्यक्रम था। लेकिन, यमुना एक्सप्रेस-वे पर दनकौर के समीप सुबह करीब चार बजे विशाखा त्रिपाठी की कार सामने ट्रक में जा घुसी। डॉक्टर श्यामा त्रिपाठी और डॉक्टर कृष्णा त्रिपाठी की कार पीछे से उनकी कार से भिड़ गईं। घटना में कार में आगे की सीट पर बैठी डा. विशाखा त्रिपाठी और कारचालक गंभीर रूप से घायल हो गए।कार की पिछली सीट पर बैठे दो अन्य लोग भी घायल हो गए। घटना में डॉक्टर कृष्णा त्रिपाठी और डॉक्टर श्यामा त्रिपाठी भी चुटैल हो गईं। तत्काल डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी व अन्य घायलों को अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया। यहां डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई।
कोरबा: शिव मंदिर में पूजा कर रही युवती पर चाकूबाजी का हमला, युवकों ने फरार होकर दी वारदात को अंजाम
प्रेममंदिर के प्रवक्ता अजय त्रिपाठी के अनुसार शाम चार बजे डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर वृंदावन लाया जाएगा और प्रेममंदिर में अनुयायियों के दर्शन के लिए रखा जाएगा। सोमवार को डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी का यमुना तट पर अंतिम संस्कार होगा।