WhatsApp Image 2024-10-29 at 11.41.54 AM
WhatsApp Image 2024-10-29 at 11.41.54 AM
WhatsApp Image 2024-10-29 at 11.41.54 AM
WhatsApp Image 2024-10-29 at 11.41.54 AM
कोरबाक्राइमछत्तीसगढ़

कोरबा जिले में एक बार फिर डीजल गिरोह के सरगना सक्रिय, प्रतिस्पर्धा के साथ खदानों से अवैध डीजल चोरी करने वाले डीजल गिरोहों में गैंगवार की संभावना

Chhattisgarh Korba __ -कोरबा जिले की कोयला खदानों से अवैध डीजल का नहीं रुकने वाला कारोबार एक बार फिर सुर्खियों में है हमेशा से चल रहे इस अवैध कारोबार पर नए पुलिस अधीक्षक के आने के बाद उनके कड़े तेवर देखते हुए डीजल गिरोह के सरगना निष्क्रिय हो गए थे लेकिन अब यह डीजल चोरों का गिरोह एक बार फिर सक्रिय हो गया है इस बार तो गिरोह के प्रतिस्पर्धा के साथ मैदान में उतरने पर गैंगवार की भी संभावना जताई जा रही है डीजल चोर ऐसी जगहों पर अपना रास्ता बनाते हैं जहां पर ना तो एस ई सी एल की लाइट लगी होती है और ना ही सीआईएसएफ वहां मौजूद होती है आए दिन नए-नए ठिकानों पर एसईसीएल के डोजर ऑपरेटर की मिलीभगत से डोजर को ऐसी जगह पर खड़ा करके डीजल चोरों द्वारा खदानों के नीचे उतर कर डीजल की चोरी की जा रही है एक डोजर में लगभग 3 हजार लीटर डीजल भरा होता है जोकि डीजल माफियाओं के लिए अच्छी आमदनी का या यूं कहें उनके लिए एटीएम का काम करता है स्थानीय लोगों का कहना है कि डीजल गिरोह के सरगना आए दिन खदानों पर नए-नए रास्ते बनाकर खदानों में प्रवेश करते हैं जिसके चलते पकड़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और डीजल माफिया के कुछ आदमी खदानों के ऊपर से पत्थरबाजी भी करते हैं जिसके चलते सीआईएसफ वालों को भी जान का खतरा मंडराता रहता है कुछ सीआईएसएफ के सिपाही घटना की जानकारी होने के बाद भी चुप्पी साधे रहते हैं लेकिन इतनी भारी मात्रा में डीजल बाहर आकर मार्केट में बिक्री हो रहा है जिसकी स्थानीय पुलिस को भी खबर नहीं है सूत्रों की माने तो डीजल माफिया में कुसमुंडा निवासी किसी खान और जिला जांजगीर क्षेत्र का निवासी किसी यादव का नाम आ रहा है दोनों ही डीजल सरगना ओं के बीच प्रतिस्पर्धा का दौर भी जारी है जो किसी भी दिन गैंगवार का रूप ले सकता है दोनों डीजल माफिया दीपिका और गेवरा खदानों में सक्रिय हैं जहां से भारी मात्रा में डीजल की चोरी कर मोटी कमाई की जा रही है और इन डीजल माफियाओं के चलते एसईसीएल को सालाना करोड़ों का डीजल नुकसान की भरपाई करना पड़ रहा है उक्त जानकारी खदान क्षेत्र पर भ्रमण करने के दौरान गुप्त सूत्रों से प्राप्त हुई है

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!