Netagiri.in—कोरबा, 31 मार्च । आज प्रस्तुत किया गया बजट अत्यंत ही निंदनीय है इसमें 380 करोड रुपए शेष बचत बताया गया ,जबकि पिछले 1 वर्ष में जनता और पार्षदों ने विभिन्न विकास के मूलभूत सुविधा के प्रस्ताव महापौर को दिए लेकिन महापौर ने फंड का राशि की कमी का रोना रोया, नेता प्रतिपक्ष के नाते मैं हमेशा यह बोलते रहा हूं कि महापौर निष्क्रिय हैं आज यह प्रमाणित होता है ।
मेरे 8 वर्ष के कार्यकाल में कभी भी 380 करोड रुपए इतनी बड़ी राशि का शेष बजट नहीं रहा है यदि उक्त राशि का खर्च कर दिया जाता तो क्षेत्र में विकास देखने को मिलता महापौर की निष्क्रियता और कमजोरी प्रमाणित होती है इसी के कारण आज मैंने महापौर जी को जगाने के लिए एवं उन्हें कुछ शर्म आए इसलिए बेशरम के फूल की माला उन्हें पहनाया है — हितानंद नेताप्रतिपक्ष
नगर निगम की सामान्य सभा हंगामेदार रहीं, भाजपा पार्षद महापौर कठपुतली है, महापौर रबर स्टाम्प है की तख्ती लेकर सामान्य सभा में पहुँचे, नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल सहित विपक्षी पार्षद सदन में नारेबाजी करते हुए महापौर एवं बजट को बेसरम फूल की माला पहनाई गयी, इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर नोक झोंक हुई, सामान्य सभा प्रारंभ होने के पूर्व ही जोगी कांग्रेस के पार्षद डॉ धनसाय साहू, पदमा साहू नेता प्रतिपक्ष हितानंद के साथ विपक्ष का समर्थन किया, पार्षदों की अनुपस्थिति के कारण सत्ता पक्ष अल्पमत में होने के बाद भी सत्ता के दबाव में बजट को पास कराया गया, जनविरोधी एजेंडों के विरोध में पार्षदों ने कई बार गर्भ गृह में प्रवेश कर जमीन में बैठ कर धरना भी दिया, इस बार सामान्य सभा सत्ता पक्ष के ही पार्षदो ने भी अपनी जमकर नाराजगी व्यक्त की, वार्ड क्रमांक 22 के पार्षद अनुज जायसवाल, दिनेश सोनी, रवि सिंह चंदेल, सुरति कुलदीप सहित अनेक सत्ता दल के पार्षदों ने कई एजेंडों का सदन में विरोध में किया, जिसके कारण 4 एजेंडे गिर गए वही दूसरी ओर महापौर राजकिशोर प्रसाद जब बजट पेश कर रहें थे उस दौरान नगर निगम में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी माकपा की पार्षद राजकुमारी कंवर द्वारा बजट बजट को जनविरोधी बताते हुए बीच सदन में रोते हुए सदन से बाहर चली गई |
नेता प्रतिपक्ष एवं विपक्षी पार्षदों ने कहा कि सत्ता पक्ष अल्पमत में होने के बाद भी सत्ता के नशे में चुर होकर बजट को पास कराया गया है, संपत्तिकर कर के सर्वे, कर निर्धारण कर एवं कर वसूली के लिए के लिए रांची की कंपनी को 8 करोड़ रुपये सलाना ठेके में कार्य दिया गया है जो कि पूर्ण रूप से गलत है, इसमें जो आउटसोर्सिंग की गई है इसका पूर्ण रूप से सदन में हमने विरोध किया, महापौर को संपत्तिकर जैसे महत्वपूर्ण विषय पर आउटसोर्सिंग नहीं करते हुए स्थानीय बेरोजगार युवाओं को संविदा में भर्ती कर के सर्वे का कार्य कराना चाहिए था जिसके कारण शहर के स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलता, लेकिन सत्ता के नशे में चूर महापौर ने दबाव पूर्वक अल्पमत में रहते हुए गंभीर विषय को सदन के पूरे विरोध के बाद भी पारित कराया गया जो कि गलत है आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा संपत्ति कर का कर सर्वे का कार्य किया जाएगा जिसके कारण जनता को समस्याओं का सामना करें करना पड़ेगा साथ ही स्थानीय युवाओं को जो सविंदा के माध्यम से रोजगार मिलता वे उससे वंचित हो गए हैं, सदन में भारी विरोध के कारण उक्त एजेंडे को सदन में पुनः पेश करने के लिए सहमति बनी, साथ ही संपत्तिकर के साथ जो स्वछता शुल्क जोड़ कर लिया जा रहा उसे भी हटाया जाए | विपक्ष ने कहा कि रवि शंकर शुक्ल नगर में आवसीय प्लाट में डेढ़ गुना राशि की निविदा प्राप्त होने के बाद भी उक्त निविदाओं को निरस्त कर दिया गया हैं जो कि पूर्ण रूप से गलत है सदन में भारी विरोध के कारण ये एजेंडा गिर गया, दादर खुर्द में प्रत्येक साल होने वाले भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा को दिया जाने वाले सहयोग राशि मे 1 लाख रुपये की कटौती की जा रही थी जो विरोध करने पर पूर्ववत रखी गई, साथ ही निगम द्वारा विभिन्न स्थलों में निर्मित दुकानों के आबंटन में एक ही परिवार के तीन – तीन लोगों को दुकान आबंटित किया गया है जिसमे भ्रस्टाचार की बू आ रही है, विपक्ष ने इसका जोरदार विरोध करते हुए एजेंडे को गिराया |