जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक ही परिवार के 3 लोगों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। इनमें एक 70 साल का बुजुर्ग और 2 नाबालिग लड़कियां शामिल हैं। बताया गया कि परिवार पर उस वक्त दुखों का पहाड़ टूट गया, जब बुजुर्ग का अंतिम संस्कार लौटा बेटे की घर पहुंचते ही पहले बड़ी बेटी की मौत हो गई। फिर जब उसका भी क्रिया कर्म कर घर आया तो दूसरी बेटी ने भी दम तोड़ दिया है। फिलहाल परिवार में 3 लोगों की मौत किन कारणों से अचानक हुई है। इस बात का पता नहीं चल सका है। हेल्थ डिपार्टमेंट अब बुधवार को बुजुर्ग और एक लड़की के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमॉर्टम कराएगा। वहीं अन्य एक नाबालिग का पोस्टमॉर्टम कर दिया है। मामला जिले के पत्थलगांव ब्लॉक के ग्राम महुआटिकरा है।
महुआटिकरा में रहने वाले 70 वर्षीय बुजुर्ग राम प्रसाद सोनी की सोमवार की देर रात सिविल हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हुई थी। जिनका, क्रिया कर्म मंगलवार सुबह किया गया। राम प्रसाद को डेंगू के लक्षण के चलते ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं परिवार के लोग अंतिम संस्कार कर घर लौटे ही थे कि राम प्रसाद सोनी के पुत्र की 16 वर्षीय बेटी पूजा सोनी की अचानक से मौत हो गई। एक के बाद एक हुई दूसरी मौत ने परिवार को बेहद सदमें में ला दिया। दोपहर के परिवार वाले पूजा सोनी का भी अंतिम संस्कार कर घर वापस लौटे, इसी दौरान पूजा सोनी की छोटी बहन लक्ष्मी सोनी (14 वर्ष) की भी ठीक उसी तरह मौत हो गई।
BMO बोले- डायरिया और फूड पाईजनिंग नहीं
घटना के बाद आस-पास रहने वाले मौहल्ले के लोग तरह-तरह के कयास लगाने लगे हैं। कुछ ने कोरोना, कुछ ने डायरिया तो कुछ ने पाईजनिंग का मामला बताया। इस घटनाक्रम की जानकारी पुलिस एवं चिकित्सा विभाग को जैसे ही लगी आनन-फानन में टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। जांच में किसी प्रकार के तथ्य सामने नहीं आने पर लक्ष्मी सोनी के शव का पोस्टमार्टम कर कारण जानने का प्रयास किया जा रहा है। ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ जेम्स मिंज ने बताया कि प्रथम दृष्टया की जांच में तीनों ही मौत का कारण डायरिया या फूड पाईजनिंग का नजर नहीं आ रहा। इसके कारण लक्ष्मी सोनी के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अन्य दो शवों को भी कब्र से निकालकर पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
पीने के पानी का सैंपल लिया गया
इधर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग(PHE) की टीम को बुलाकर पीड़ित परिवार द्वारा पीने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पानी का भी सैंपल जुटाया गया है। जिससे की उनकी मौत का कारण का पता लगाया जा सके।
पड़ोस के रहने वाले 3 लोग भी बीमार
सीएमएचओ डॉ पी सुथार ने बताया कि परिवार के पड़ोस में रहने वाले अन्य 3 बीमार लोगों को इलाज के लिए पत्थलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है। सभी मरीजों में प्लेटलेट्स कम पाए गए गए हैं। हालांकि डेंगू की जांच में रिपोर्ट निगेटिव आई है, पर संभावना डेंगू की लग रही है। कई बार डेंगू की पॉजिटिव रिपोर्ट बीमार होने के 10 से 15 दिन बाद भी आती है। प्लेटलेट्स का गिरना डेंगू की ओर इशारा कर रहा है। मृत अन्य शवों का भी पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। घटना काे लेकर स्वास्थ्य अमला सतर्क है और पूरे गांव के सभी लोगों की जांच कराई जाएगी।