दोस्त के मोबाइल लोकेशन ने खोला राज और 33 लाख के जेवर सहित नगदी लूट का पुलिस ने किया पर्दाफाश टीम को एसपी भोज राम पटेल ने किया पुरस्कृत
छत्तीसगढ़ कोरबा 3 नवंबर 2021 कोरबा पुलिस को एक बड़े ही गंभीर मामले को सुलझा ने और आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली है दरअसल लालच बुरी बला होती है कम समय में शार्टकट तरीके से ज्यादा रुपए कमाकर प्रापर्टी डीलर बनने की चाह ने कार चालक की नीयत को बदनीयती में बदल दिया। उसने अपने मालिक और उसके सेल्समैन के साथ विश्वासघात कर दोस्तों की मदद से करीब 33 लाख की चोरी को अंजाम दिलाया। उसकी चालाकी काम नहीं आई और महज एक छोटे से सुराग ने पर्दाफाश कर दिया।
निहारिका क्षेत्र में विनायक रेजेंसी के सामने खड़ी कार का कांच तोड़कर 32.97 लाख रुपए के जेवरात व नगदी की चोरी का मामला पुलिस ने एड़ी-चोटी का जोर लगाकर आखिरकार सुलझा लिया। 7 अलग-अलग टीमों ने अलग-अलग बिंदुओं पर गहन विवेचना की। 100 से अधिक संदेहियों से पूछताछ, लाल रंग की एक स्कूटी को तलाशने 500 से अधिक वाहनों और नंबरों की तस्दीक की गई। साईबर टीम ने कोरबा, बिलासपुर, जॉजगीर-चॉपा, रायगढ़, बलौदाबाजार एवं जिले के लगभग 4000 सीसीटीव्ही कैमरे खंगाले गए। रायपुर में दो टीम 3 दिन तक डटी रही और आखिरकार एक आरोपी फुटेज में नजर आ गया। एक संदिग्ध मोबाईल नंबर ने सहआरोपी शुभम पाण्डेय तक पहुंचाया और उसने सारा राज उगल दिया। इस तरह एक सप्ताह दिन-रात की गई मेहनत रंग लाई और जिले में हुई बड़ी वारदात सुलझ गई।
एसपी भोजराम पटेल ने जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय सभाकक्ष में खुलासा करते हुए बताया कि रायपुर के सराफा व्यवसायी शशांक जैन का सेल्समैन आकाश वलेचा पिता गोपीचंद 30 वर्ष 23 अक्टूबर को रायपुर से लगभग 1300 ग्राम सोने के अभूषण लेकर बिक्री हेतु मालिक के नेक्सन कार क्र.- सीजी-04-2259 से निकला था। चालक रवि साहू के साथ बिलासपुर होते हुए 25 अक्टूबर को कटघोरा, बांकीमोंगरा होकर कोरबा पहुंचा और रात में विनायक होटल निहारिका में दोनों एक कमरे में रुके। 25-26 अक्टूबर की रात कार के कांच को तोड़कर आभूषण भरा बैग चोरी कर लिया गया। रामपुर चौकी में धारा 379, 427 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। गहन विवेचना के दौरान सबसे पहले संदेही शुभम पांडेय पिता राजू पांडेय 22 वर्ष निवासी लालपुर टिकरापारा को पकड़ा गया। उसने रवि साहू पिता स्व. मोतीलाल साहू 32 वर्ष के इशारे पर चोरी करना बताया। रवि के द्वारा व्हाट्सएप में एक मैसेज देते ही चंद मिनटों में चोरी कर फरार हो गए।
एसपी ने बताया कि 3 माह पूर्व आकाश बलेचा कोरबा आया था तब रवि ने अपने दोस्तों को होटल में रुकने का लोकेशन बता दिया था। शुभम और रतन दो बार कोरबा आकर घटना स्थल एवं भागने के सभी संभावित स्थानों की रेंकी किए थे। वारदात दिनांक को भी रवि ने सूचना दी और उसी दिन शाम 6 बजे कोरबा पहुंचे और वारदात कर चले गए। दो दिन बाद रवि साहू के रायपुर पहुंचने पर तीनों ने बंटवारा कर लिया। आरोपी रवि रियल इस्टेट और प्लॉट खरीदने में ये रुपए खर्च करने वाला था।
0 जिन रास्तों में कैमरे नहीं, उसे चुना था
आरोपियों ने जिले में पहली बार लेकिन शातिराना अंदाज में चोरी की थी। इन्होंने आने और भागने के लिए वह रास्ता चुना जिसमें सीसीटीवी कैमरे ज्यादातर नहीं हैं। कैमरों की जद में आने से बचने की पूरी योजना थी लेकिन पुलिस ने इनके भागने के संभावित रास्तों और मिले टायर मार्क्स तथा अन्य सुरागों के आधार पर इन तक अपनी पहुंच बना ही ली। जांजगीर-चांपा से बिलासपुर मार्ग में हाईवे पर एकबारगी भटकाव की स्थिति जरूर निर्मित हुई लेकिन संयुक्त टीम ने बड़ी गंभीरता से कड़ियों को पिरोते हुए साईबर की मदद से इन्हें धर दबोचा।
0 10 हजार का ईनाम, इन्द्रधनुष के लिए अनुशंसा
पुलिस अधीक्षक द्वारा पूरी टीम को 10 हजार रुपये के नगद ईनाम से पुरस्कृत किया जा रहा है एवं पुलिस महानिरीक्षक की ओर नगद ईनाम और इन्द्रधनुष पुरस्कार हेतु रायपुर को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। कोतवाली टीआई सनत सोनवानी, निरीक्षक विवेक शर्मा, साईबर सेल प्रभारी एसआई कृष्णा साहू, रामपुर चौकी प्रभारी एसआई मयंक मिश्रा, एएसआई परमेश्वर राठौर, दुर्गेश राठौर, प्रधान आरक्षक चक्रधर राठौर, राम पाण्डेय, राकेश सिंह, विमलेश भगत, आरक्षक रवि चौबे, डेमन ओग्रे, प्रशांत सिंह, विरकेश्वर सिंह, महिला आरक्षक रेणु टोप्पो, गंगा राम डांडे, बिरेन्द्र पटेल, लव कुमार पात्रे, विकास कोसले, योगेश राजपूत, गुनाराम सिन्हा, गोपाल यादव, गौरव चंद्रा, आशीष साहू, चंद्रकांत गुप्ता, विपिन नायक, संदीप एवं रायपुर पुलिस प्रधान आरक्षक सरफराज चिस्ती, अजय सिंह, आरक्षक राजिक खान, प्रमोद बेहरा, दिलीप जॉगड़े, कृपाशंकर पटेल, मोहम्मद सुल्तान की भूमिका रही।