बस्तर रेल अन्दोलन/यात्री रेल चालू करो 3 अप्रैल से 12 अप्रैल तक पदयात्रा अंतागढ़ प्रारंभ –
3 April 2022 Kanker Chhattisgarh –कांकेर आज दिनाँक बस्तर रेल अन्दोलन विभिन्न समाजिक नेतृत्व में अंतागढ़ से आज प्रारंभ किया गया जिसका समापन 12 अप्रैल को विषल जन अन्दोलन के रूप में जगदलपुर में समापन होगा। उक्त अन्दोलन में अपनी एकजुठता प्रदर्षित करते हुऐ वरिश्ठ माकपा नेता नजीब कुरैसी एव छ.ग. राज्य मिस्त्री रेजाकुली एकता युनीयन के राज्य उपघ्यक्ष तुलसी राम राणा ने समर्थन व्यक्त करते हुऐ कहा की वर्तमान में अंतागढ़ तक के रेल मार्ग बन कर तैयार है फिर भी रेल सुविधा ग्राम केवटी तक ही समीत रखा गया है जिससे तत्काल अंतागढ़ तक नागरीक सुविधा के लिए प्ररंभ किया जाय व जगदलपुर तक विस्तारी करण किया जाने की माँग करते हुऐ नजीब कुरैषी ने कहा की रेल लाइन का विस्तार मानव सभ्यता के विकास में अहम भुमिका निभाता है। भारत में अंग्रेजो ने रेल लाइन बिछाया था, यहां के कच्चे माल का ढुलाई करने के उद्देष्य से ताकि यह कार्य माल बंदगाह तक पहुँया जासके और उसके बा भी यात्री परिवाहन नही किया जाता है। अंतागढ़ से जगदलपुर रेल परियोजना है, लेकिन इसे प्रारंभ नही किया जा रहा है। कुरैषी ने बताया की बस्तर संभाग का विकास रेल के विस्तार से यात्रा जुड़ा हुआ है रेल परिवाहन ही बस्तर की जनता को देष के साथ जोडने में सुगम बनायगी। बस्तर के आदिवासी लोगो के विकास भी रेल के साथ जुड़ा हुआ है। लेकिन मोदी सरकार सिर्फ पूँजीपति वर्ग को ध्यान में आदिवासी बहुल बस्तर का उपेक्षा कर रही है। केन्द्र सरकार को आदिवासी व पूँजीवादी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्श करने की आवष्यकता बल देते हुए अन्दोलन तेज करने की नगरीक सुविधा हेतु यात्री रेल को हासील करने की बात कही।