मौकापरस्त व्यापारियों ने राष्ट्रीय ध्वज को बनाया मुनाफाखोरी का सामान पोस्ट ऑफिस में बिक रहे झंडे की कीमत ₹25 तो वही झंडे दुकानदार ₹100 से 150 रुपए में बेच रहे चुनाव के समय घर घर दारु मुर्गा और फोटो छपे थैले में सामग्रियां पहुंचाने वाले जनप्रतिनिधि अब तिरंगा देने लोगों की पहुंच से दूर
Chattisgarh Korba 13/8/2022 सारा भारत देश आज आजादी के 75 वी वर्षगांठ मना रहा है इसी कड़ी में 11 अगस्त से 17 अगस्त तक आजादी का अमृत महोत्सव की एक कड़ी घर-घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की गई है जिसमें हर घर तिरंगा फहराने अपील की जा रही है प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल इस अभियान से जन-जन को जोडने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देशित भी कर चुके हैं इस अभियान का उद्देश्य है लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना को जागृत करना और तिरंगे के महत्व के विषय में जागरूक करना केंद्र और राज्य सरकार के इस अभियान में पोस्ट ऑफिस एवं महिला स्व सहायता समूह झंडे का निर्माण एवं बिक्री कर रहे हैं पोस्ट ऑफिस में पालीस्टर कपड़े से बने झंडे की कीमत 25 रु रखी गई है वही पॉलिस्टर कपड़े से बना झंडा मार्केट में दुकानदारों द्वारा 50 से डेढ़ सौ की कीमत में बेचा जा रहा है कोरबा जिले में पिछले 6 अगस्त से पोस्ट ऑफिस में झंडे की बिक्री बंद हो गई है जिसके बाद दुकानदारों ने ग्राहकों की देश भक्ति पूर्ण भावनाओं का फायदा उठाते हुए राष्ट्रीय ध्वज को भी ज्यादा मुनाफा कमाने का माध्यम बना लिया है
₹25कीमत के झंडे 50 से 150 रू में बेचे जा रहे हैं खादी से बने झंडे 400 ₹500 रुपए में बेचे जा रहे हैं और झंडे की कमी के कारण आमजन ज्यादा रेट मैं झंडे खरीदने को मजबूर है सोशल मीडिया के जरिए लोग राजनीतिक दलों पर तंज भी कसने लगे हैं कि राजनीतिक पार्टी के झंडे होते तो हर हाथ में फ्री में पकड़ा दिए जाते राष्ट्रीय झंडा जनप्रतिनिधियों ने भी चेहरे देखकर बांटे हैं चुनाव के समय घर घर दारू और पैसा सहित अन्य सामग्रियां अपने नाम और फोटो छपे थैलों में भर भर बांटने वाले नेता आज झंडा पहुंचाने आम नागरिकों तक नहीं पहुंच पाए हैं मामले को लेकर जब कोरबा नगर निगम महापौर से फोन में चर्चा की गई तो उन्होंने इस विषय पर कुछ नहीं बोलते हुए फोन काट दिया