धनबादः माइनिंग क्षेत्र से कोयला चोरी रोकने के लिए बीसीसीएल प्रबंधन अब तकनीक का सहारा लेगा, जो कोयला चोरी रोकने के लिए अदृश्य शक्ति की तरह काम करेगी
Dhanbad__माइनिंग क्षेत्र से कोयला चोरी रोकने का प्रबंधन को नायाब युक्ति मिल गई है. अभी तक बीसीसीएल प्रबंधन को कोयला चोरी रोकने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती रही है. लेकिन अब नई युक्ति खनन क्षेत्र से कोयला चोरी रोकेगी. यह तकनीक अदृश्य शक्ति की तरह काम करेगी, जिसका नाम है लेजर फेंसिंग डिवाइस. यह कैसे काम करेगी पढ़िये पूरी रिपोर्ट
धनबादः माइनिंग क्षेत्र से कोयला चोरी रोकने के लिए बीसीसीएल प्रबंधन अब तकनीक का सहारा लेगा, जो कोयला चोरी रोकने के लिए अदृश्य शक्ति की तरह काम करेगी. इसके लिए लेजर फेंसिंग डिवाइस से खनन क्षेत्र की फेंसिंग की जाएगी. इस डिवाइस का आविष्कार आईआईटी आईएसएम से एमबीए की डिग्री हासिल कर चुके पर्वतपुर कोलियरी बोकारो इजे एरिया के सीनियर माइंस मैनेजर अजित यादव ने किया है.
कोयला चोरी, अपनी और दूसरों की जान जोखिम में डाल रहे चोरसीनियर माइंस मैनेजर अजित यादव ने बताया कि लेजर तकनीक वाला यह डिवाइस एक किलोमीटर की एरिया को कवर करता है, जिस क्षेत्र में भी माइनिंग का कार्य चल रहा है. उसके चारों ओर लेजर फेंसिंग के बाद कोयला चोरी पर पूरी तरह से विराम लग सकेगा. मैनेजर अजित यादव का कहना है कि कोई भी इस फेंसिंग को पार करने की कोशिश करेगा तो सायरन बजने लगेगा. इसके बाद सुरक्षा प्रहरी सायरन सुनकर उस ओर प्रस्थान कर देगा. अजित यादव ने कहा कि ओपन कास्ट माइंस, ईलीगल माइंस और जहां कहीं भी कोयला चोरी की आशंका है, उस स्थान के चारों ओर लेजर फेंसिंग कर चोरी को रोका जा सकता है.
वहीं यादव के सहकर्मी और सीनियर ओवरमैन जयनंदन ने बताया कि अबतक माइनिंग क्षेत्र में कटीले तार की फेंसिंग की जाती थी, जिसे काटकर बड़ी आसानी से कोयला चोर माइंस में घुसकर कोयले की चोरी में जुट जाते थे. लेकिन लेजर फेंसिंग के इस्तेमाल से कोयला चोरी पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सकता है. जयनंदन का कहना है कि बीसीसीएल सीएमडी और जीएम इस तकनीक को देख चुके हैं. बहुत जल्द ही उन्होंने डीजीएमएस से मिलकर लेजर फेंसिंग लगवाने की बात कही है.