छत्तीसगढ़ कोरबा कहते हैं राजनीति मे कोई किसी का दोस्त व दुश्मन नहीं होता हैं। जिसका स्पष्ट उदाहरण रामपुर विधानसभा के गलियारे मे देखने को मिल रहा, जहां एक समय ननकीराम राम कंवर और रज्जाक अली की राजनीतिक दुश्मनी चरम मे थी, तो आज इनके मुलाकात एक नए समीकरण को जन्म दे रही है। वैसे रज्जाक अली व ननकीराम राम के पुराने घरेलु संबंध रहे हैं ,पिछले विधानसभा चुनाव मे रज्जाक अली ने जोगी कांग्रेस से फूलसिंह राठीया को चुनाव लड़ाकर दूसरे स्थान मे ला खड़ा कर दिया था जंहा कांग्रेस से श्याम लाल कंवर तीसरे स्थान पर रहे। अब यदि रज्जाक आने वाले समय पर ननकीराम कंवर के साथ जाते है, तो चुनाव से पहले ही स्थित स्पष्ट हो जाएगी। व ननकीराम कंवर की जीत खाली औपचारिकता ही रह जाएगी, कांग्रेस को यदि अपनी नैया पार लगानी है तो रज्जाक को अपने पाले मे रखना जरूरी हो जाता हैं,रज्जाक अली ही एक ऐसे नेता हैं, जो रामपुर विधानसभा मे राजनीतिक समीकरण बनाता भी हैं और बिगाड़ता भी हैं, आम जनों के बीच उसकी पकड़ राजनीतिक समीकरण बदलने में देर नहीं लगती अपने समर्थकों के साथ जहां दम वहां हम की तर्ज पर राजनीति करने वाले इस शख्स को किसी भी राजनीतिक जंजीरों मे नही बाँधा जा सकता।