कोरबा । कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याययात्रा को लेकर छत्तीसगढ़ प्रवास पर हैं। यात्रा रायगढ़ जिले से प्रारंभ होकर 12 फरवरी को कोरबा पहुंचेगी । कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी का कोरबा आगमन को लेकर पार्टी ने जो प्रोटोकॉल जारी किया है उसके हिसाब से यात्रा सीतामणी मुख्य मार्ग से होते हुए सीएसईबी चौक तक आएगी जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने बड़ी तैयारी की है पूरा शहर पोस्टर बैनर से पाट दिया गया है । ऐसे में यात्रा से पूर्व उस समय बवाल मच गया, जब प्रदेश के सत्ताधारी दल भाजपा के, युवातुर्क नेता और वर्तमान प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अमित टमकोरिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की न्याय यात्रा को शहर प्रवेश की अनुमति निरस्त करने कोरबा कलेक्टर को पत्र लिखा है ।
भाजपा नेता अमित टमकोरिया ने अपने पत्र में लिखा है कि, राहुल गांधी की पद यात्रा से शहर की यातायात व्यवस्था चरमराएगी, लोगो को वैकल्पिक मार्ग नहीं होने से अनावश्यक परेशान होना पड़ेगा, इसलिए जिला प्रशासन से लोक सरोकार को दृष्टिगत रखते हुए राहुल गांधी की शहर के प्रमुख सड़कों से मार्गो से होकर जाने वाली यात्रा को रद्द करने की मांग भाजपा नेता ने की है । साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया है कि, जहां भी राहुल गांधी जाते हैं वहां वैमनस्यता फैलाते हैं, लोगों में उनका व्यापक विरोध है ऐसा लिखते हुए उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि राहुल गांधी की अनुमति निरस्त की जाए अथवा उनका रूट परिवर्तित किया जाए ।
पूर्व में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी जब राहुल गांधी की इस न्याय यात्रा का खाका तैयार किया गया था लेकिन अब परिस्थितियों बदल चुकी हैं प्रदेश में भाजपा की सरकार है और सत्ताधारी दल के युवातुर्क नेता के इस पत्र ने शहर की सियासत को हवा दे दी है । अब देखना है कि, 12 फरवरी को कोरबा आ रहे राहुल गांधी की न्याय यात्रा के साथ जिला प्रशासन क्या न्याय करता है यह चर्चा का विषय बना हुआ है । वहीं बदली हुई राजनीतिक फिजाओं में राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर जब जिले में नए कलेक्टर और नए एसपी की पदस्थापना हुई है, ऐसे में प्रशासन की कार्य कुशलता इस कार्यक्रम को लेकर कहीं ना कहीं व्यवस्थापक चुनौती साबित हो रही है