Netagiri.in——शहर के नए प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर को लेकर इन दिनों शहर के नेता एक दूसरे का चरित्र हनन कर रहे हैं वही ऐसे नेता भी बीच में टीका टिप्पणी से चूकना नहीं चाहते जिनका ट्रांसपोर्ट नगर बरबसपुर में बने या खरमोरा में उनका कोई हित या अहित नहीं होना है बावजूद इसके इस राजनीतिक मुद्दा बन चुके ट्रांसपोर्ट नगर में अब करतला के जनपद अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित 16 सदस्यों ने सील एवं हस्ताक्षर युक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बयान जारी किया है जिसमें वरिष्ठ आदिवासी भाजपा नेता वर्तमान रामपुर विधायक एवं छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर को अर्ध विक्षिप्त बताया है
जनपद करतला के नेताओं ने अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा है कि ननकीराम कंवर अर्ध विक्षिप्त जैसी हरकतें करते हुए क्षेत्र के प्रतिष्ठित बेदाग परिवार पर तथ्यों से परे बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं जो अशोभनीय है आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ननकीराम कंवर ने ट्रांसपोर्ट नगर को खरमोरा में बनाए जाने का विरोध करने पर राज्स्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर टिप्पणी करते हुए बयान जारी किया था और कहा था कि मेडिकल कॉलेज में भी इन्होंने रोड़ा लगाया था जिसके चलते निर्माण नहीं हो पाया वही अब ट्रांसपोर्ट नगर को लेकर भी मंत्री जी रोड़ा लगा रहे हैं जहां इनका निजी स्वार्थ सिद्ध नहीं होता वहां पर राजस्व मंत्री रोड़ा लगाते हैं ननकीराम कंवर के इस बयान के बाद कांग्रेसी नेताओं के बयान सामने आए थे पर अब ग्रामीण क्षेत्र के नेता भी ट्रांसपोर्ट नगर से उपजी राजनीतिक गंगा में हाथ धोने आ गए हैं करतला के जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष समीना खातून सहित 17 सदस्यों सील एवं हस्ताक्षर युक्त बयान जारी किया है जिसमें यह अर्ध विक्षिप्त एवं तथाकथित मसीहा जैसे अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करते हुए ननकीराम कंवर को लेकर उनके राइस मिल सरकारी जमीन पर कब्जा एवं राइस मिल पर किए गए खर्च में धन की व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं वहीं विधायक ननकीराम कंवर के क्षेत्र में उन्हीं के गुर्गों को ठेकेदारी दिलाने का आरोप भी है इसके साथ साथ मध्यप्रदेश शासन से राजनीतिक पद में रहते हुए क्षेत्र में विकास के नाम पर नाकाम साबित रहने की बातें भी प्रेस विज्ञप्ति में जारी किया गया है
ननकीराम कंवर के समर्थकों की मानें तो ननकीराम कंवर ही वह नेता है जो अपने क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में भी किसी के अहित को लेकर आवाज उठाते रहे हैं और वह तथाकथित मसीहा नहीं बल्कि वास्तव में अपनी जनता के सेवक हैं लेकिन अब देखना यह है कि भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता पर की गई अमर्यादित टिप्पणी को लेकर भाजपायी नेताओं की क्या प्रतिक्रिया सामने आती है…..?????