कोरबा :- जिले के सुराकछार बस्ती से लगे अहिरन नदी में अवैध रेत उत्खनन को अंजाम दिया जा रहा है । इस घटना से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है जिसे देखते हुए सुराकछार बस्ती के ग्रामीणों ने एक सप्ताह पूर्व जिले के खनिज विभाग सहित प्रशानिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया था कि एक सप्ताह के भीतर रेत उत्खनन बंद नहीं हुआ तो ग्रामीण एकजूट होकर चक्काजाम करने मजबूर हो जाएंगे
ज्ञापन के अनुसार चक्काजाम 5 फरवरी 2024 सोमवार को होना था । वहीं चक्काजाम की स्थिति निर्मित ना हो इसके लिए ग्रामीणों की शिकायत पर खनिज विभाग द्वारा रेत उत्खनन स्थल के रास्ते को गड्ढे खोदकर बंद कर दिया गया है ।
सिर्फ सुराकछार नहीं और भी है स्थान जहां बेधड़क अवैध रेत उत्खनन हो रहे
खनिज विभाग की टीम तभी जगते हैं जब चक्काजाम या आंदोलन की बात सामने आती हैं । सुराकछार सहित कपाटमुड़ा आईबीपी खमरिहा , बल्गी डगनियाखर , कुमगरी , सुमेधा , ढ़पढप , कसरेगा , धवईपुर, ढेलवाडिह नदी से भी बेधड़क अवैध रेत उत्खनन हो रहे हैं जहां खनिज विभाग द्वारा कार्यवाही नहीं होने से रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं ।
रेत घाटो की जानकारी होने के बाद भी रेत के लिए निश्चित स्थानों से रेत का उत्खनन नही किया जा रहा । बल्कि ऐसे स्थानों का चयन किया जा रहा है जंहा पर खनिज विभाग को रेत की रायल्टी देने से बचा जा सके । रेत माफियाओ के हौसले इतने बुलन्द है कि स्थानीय लोगों से भी दो चार करने से गुरेज नही कर रहे है ।
कुछ स्थानों में रेत माफियाओ और स्थानीय लोगो के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो चुकी है । जिसकी कुछ लोगो ने अलग अलग पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है । पर सख्त कार्यवाही नही होने से स्थानिय लोगो मे भी निराश देखने को मिल रही है । उनका कहना है कि पुलिस को रेत माफियो के द्वारा भेट दी जाती है ।
जिसके कारण पुलिस केवल समझौता कराकर मामले को खत्म कर देती है । जिसके कारण स्थानीय लोगो भी कुछ आगे की कार्यवाही नही कर पाते है । या फिर रेत माफियाओ के द्वारा धमकी चमकी दी जाती है । आये दिन रेत माफियाओ के वाहनों सेE रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है ।
जिसकी जानकारी लगभग सभी को है वही खनिज विभाग भी इस पूरे मामले से अनभिज्ञ नही है । लेकिन विभाग की कार्यवाही नही किया जाना कई तरह के सवालों को जन्म दे रहा है । अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि रेत की अवैध परिवहन में लगी गाड़िया तेजी से फर्राटे भर रही है । जिससे होने वाले दुर्घटना की जिम्मेदारी आखिर किसके सर पर होगा ।