बिलासपुरl ACB ने बिलासपुर में पदस्थ आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी सीएल जायसवाल के खिलाफ भी FIR दर्ज कर लिया है। उनके खिलाफ भी भ्रष्टाचार के जरिए करोङो की संपत्ति बनाने का आरोप है। शिकायतकर्ता ने उनके संपत्ति का पूरा ब्यौरा ACB को सौप दिया है। पत्नी और खुद के नाम पर दर्जनों आवासीय प्लाट और नगोई में फार्म हाउस शामिल है।
बिलासपुर जिले में पदस्थ रहे अधिकारी एक के बाद ACB के रडार में आते जा रहे है। कथरी ओढ़कर घी पिने वाले अधिकारियों के खिलाफ लगातार FIR की जा रही है। दो दिन पहले श्यामचंद्र पटेल, फिर आर एन हिराधर के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त छेदी लाल जायसवाल के ऊपर भी ACB ने FIR दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार ACB के पास सहायक आयुक्त जायसवाल के खिलाफ पुख्ता सबूतों के साथ शिकायत की गई है। उनपर आरोप लगाया गया है कि अलग-अलग जिलों में पोस्टिंग के दौरान बेहिसाब संपत्ति जुटाई है। शिकायत के अनुसार कोरबा जिले के अपने पैतृक गांव गुरसिया में उन्होंने 23 प्लॉट खरीदे हैं। इसके अलावा बिलासपुर के सोनगंगा कॉलोनी में पिता के नाम पर 3 हजार स्क्वॉयर फीट की जमीन पर 2 मंजिला बंगला होने की जानकारी भी दी गई। शिकायतकर्ता ने जायसवाल और उनकी पत्नी व बच्चों के नाम पर खरीदी गई जमीन की पूरी जानकारी दी है जिसमे खसरा नंबर से लेकर कब खरीदी गई और किससे खरीदी गई इसकी भी जानकारी है।शिकायत में बताया गया है कि कोरबा जिले के गुरसिया गांव में 23 प्लॉट और एक मकान है। वहीं उनकी पत्नी अनीता जायसवाल के नाम पर बिलासपुर के नगोई में 5 एकड़ का शानदार फार्महाउस है। पिता देवी प्रसाद जायसवाल के नाम पर शहर की पॉश कॉलोनियों में शामिल सोन गंगा कॉलोनी में 3 हजार स्क्वॉयर फीट में बना दो मंजिला बंगला है। चांटीडीह में खुद के नाम पर 2500 स्क्वॉयर फीट और सिर्गिट्टी में 1 हजार स्क्वॉयर फीट जमीन है। इस आधार पर ACB ने आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में धारा 1988 की 13 एक बी व 13 ,2 के तहत प्रकरण दर्ज किया है, अब देखने वाली बात यह है कि विभाग आरोपी की कब तक गिरफ्तारी कर पाता है।