
रायपुर पुलिस ने सुनियोजित तरीके से लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह में दो महिलाएं और तीन पुरुष शामिल हैं, जो खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों को ब्लैकमेल और लूटपाट करते थे। पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
वारदात की योजना और तरीका
आरोपी महिलाएं पहले लोगों को झांसा देकर सुनसान इलाके में ले जाती थीं। वहां उनके पुरुष साथी पहुंचकर खुद को पुलिसकर्मी बताते थे और थाना ले जाने की धमकी देकर लोगों को डरा-धमका कर उनसे पैसे वसूलते थे।
कैसे हुआ खुलासा?
प्रार्थी राघव मिश्रा, जो एयरटेल कंपनी में वाईफाई लगाने का काम करते हैं, ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। राघव को आरोपी महिला अन्नु अग्रवाल ने वाईफाई लगवाने के बहाने बुलाया। उसने खुद का नाम पायल साहू बताया और मरकटटी तालाब के पास मिलने की लोकेशन भेजी। जब राघव वहां पहुंचे, तो एक सुनसान खंडहर जैसे घर में दो महिलाएं मौजूद थीं।
राघव को शंका हुई, लेकिन महिलाओं ने बातों में उलझा लिया। थोड़ी देर बाद, महिलाएं अपने पुरुष साथियों को बुला लाईं। आरोपी प्रदीप सिंग बोपाराय और मदन सोना मौके पर पहुंचे और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए राघव के साथ मारपीट की। उन्होंने राघव पर लड़की के साथ गलत हरकत करने का आरोप लगाया और चाकू दिखाकर धमकाया।