कोरबा: डीएमएफ घोटाले के नए आरोप, एसडीओ आरके गुप्ता पर गबन का आरोप

कोरबा। कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक में एक नए घोटाले का मामला सामने आया है, जो डीएमएफ (जिला खनिज संस्थान न्यास) की राशि से संबंधित है। जहां एक ओर पूर्व कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हुए डीएमएफ घोटाले की जांच की प्रक्रिया जारी है, वहीं अब भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी इसी क्षेत्र में घोटाले की नई कहानी सामने आई है। यह मामला भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को और अधिक प्रबल कर रहा है।
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एसडीओ आरके गुप्ता पर आरोप
कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक में पदस्थ तत्कालीन एसडीओ (रेस) आरके गुप्ता पर शासन और जिला खनिज संस्थान न्यास की राशि में चपत लगाने की कोशिश करने का आरोप है। यह मामला तब सामने आया जब कार्यों के भुगतान की अंतिम किस्त के लिए प्रस्ताव भेजा गया।
आमतौर पर, परिवहन व्यय केवल दुर्गम क्षेत्रों के लिए अनुमोदित किया जाता है, लेकिन इस मामले में सामान्य क्षेत्र, जो दुर्गम श्रेणी में नहीं आते, वहां भी सामग्री परिवहन का व्यय दिखाकर लगभग 7 से 8 लाख रुपए की शासकीय राशि का गबन करने का प्रयास किया गया। यह घोटाला तब पकड़ा गया जब सीसी रोड निर्माण कार्यों से संबंधित दस्तावेजों में परिवहन व्यय का उल्लेख पाया गया, जबकि पोड़ी उपरोड़ा गांव दुर्गम क्षेत्र में नहीं आता।
एसडीओ को नोटिस जारी
इस मामले के उजागर होने के बाद, एसडीओ आरके गुप्ता को स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस जारी किया गया है। उन्हें दो दिनों के भीतर अपना स्पष्टीकरण पत्र प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है, अन्यथा छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
कोरबा में घपला करने का ‘सेफ जोन’ बना हुआ है
विभागीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि आरके गुप्ता का कोरबा में घपला करने का इतिहास रहा है, और अब वह फिर से कोरबा में अपनी पदस्थापना हासिल करने के लिए जोर-शोर से प्रयास कर रहे हैं। उनके खिलाफ महासमुंद में नशे की हालत में थाने में आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज है, और विभागीय जांच भी चल रही है। इसके बावजूद उन्हें पदोन्नति दी गई, जो विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है।