
Chattisgarh korba 25/6/2022 –पानी की व्यवस्था करा देते कलेक्टर सरकार यह शब्द थे एक आदिवासी मां के जो अपने तीन मासूम बच्चों के साथ जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर कलेक्ट्रेट कार्यालय फरियाद लेकर पहुंची थी परेशान दिख रही महिला को बच्चों के साथ कलेक्टर से मिलने के इंतजार में मीडिया कर्मी ने देखा तो उसके कलेक्ट्रेट आने का कारण पूछा गया जिसके बाद आदिवासी महिला के शब्द थे कि कलेक्टर सरकार पानी की व्यवस्था करा देते मेरे बच्चों को कुएं में गिरने का खतरा है महिला के 4 बच्चे हैं जिसमें 2 बच्चों को दिखाई नहीं देता महिला ने बताया कि घर में कुछ दूरी पर कुआं है मेरे दोनों बच्चों 7 साल की पार्वती और 5 साल के रोहित को आंख से दिखाई नहीं देता बरसात आ रही है मेरे बच्चे खेलते खेलते कहीं कुआं में गिर ना जाए इसलिए घर के पास पानी की व्यवस्था चाहती हूं लेकिन जब उसे बताया गया कि पानी व्यवस्था से अच्छा है कि तुम बच्चों के इलाज और शिक्षा की व्यवस्था के लिए कलेक्टर से बात करो तो महिला ने कहा कि ऐसी मदद मिल सकती है क्या
लेकिन जब कलेक्टर से मिलकर महिला वापस लौटी तो उसके हाथ में एक मिठाई का डिब्बा था और चेहरे पर खुशी झलक रही थी पूछने पर बताया कि कलेक्टर मैडम ने किसी साहब को फोन किया है और बच्चों के का चेक अप कराने कहा है जिसके
के बाद शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा अधिकारी जी.पी.भारद्वाज के द्वारा महिला और उसके बच्चों खाने-पीने संबंधी मदद की गई एवं बच्चों को तुरंत मेडिकल आई स्पेशलिस्ट के पास ले जाया गया जहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने बताया कि 5 साल के बेटे की आंख पूरी तरह ठीक हो सकती है वहीं 7 साल की बेटी पार्वती की आंखों की रोशनी लौटने में दिक्कत है लेकिन जल्द ही दोनों बच्चों का इलाज शुरू किया जाएगा

वहीं शिक्षा अधिकारी द्वारा बच्चों के शैक्षणिक एवं मानसिक विकास के लिए रोटरी क्लब में रखने की व्यवस्था की गई है जहां बच्चों के मानसिक एवं शैक्षणिक विकास का प्रयास किया जाएगा बच्चों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा फरियादी महिला काफी खुश नजर आ रही थी क्योंकि वह जो उम्मीद लगा कर आई थी उससे कई गुना ज्यादा मदद से मिली थी कलेक्टर रानू साहू एवं जिला शिक्षा अधिकारी का प्रयास सफल रहा तो तो नेत्रहीन मासूम बच्चे जल्द ही अंधेरी दुनिया से बाहर आकर अपनी आंखों से दुनिया देख पाएंगे