
netagiri.i–***कोरबा जिले के जनपद क्षेत्रों मैं डीएफ से स्वीकृत अनेकों काम राशि जारी होने के बाद भी आधे अधूरे पड़े हैं जिसे लेकर अब शिकायतों का दौर शुरू हो गया है ऐसा ही एक मामले को लेकर शिकायत कोरबा कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ एवं जनपद सीईओ को की गई है
शिकायत में बताया गया है कि
जनपद पंचायत कोरबा के क्षेत्रांगत ग्राम पंचायत जिल्गा में वर्ष 2018-19 में खनिज न्यास मद से 10 लाख रुपये की लागत से बस्ती में एक सामुदायिक भवन के निर्माण कार्य को स्वीकृत किया गया था। इस निर्माण कार्य के लिए ग्राम पंचायत जिल्गा को निर्माण एजेंसी बनाया गया था। प्रशासन के द्वारा इस निर्माण कार्य के लिए 4.00 लाख रुपये की अग्रिम भुगतान राशि संबंधित निर्माण एजेंसी को जारी की गई थी, जिसका आहरण निर्माण एजेंसी के द्वारा किया जा चुका है।
इसी तरह कोरबा जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत गेरांव के आश्रित ग्राम बताती बस्ती में वर्ष 2017-18 में खनिज न्यास मद से 6.45 लाख की लागत से आंगनवाड़ी भवन का निर्माण कार्य शासन द्वारा स्वीकृत किया गया था जिसके लिए भी अग्रिम राशि जारी कर दी गई थी लेकिन स्वीकृति के साथ आठ वर्षो बाद भी निर्माण कार्य अधूरा है जिसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पाया है
ग्रामीण क्षेत्रों में शासन के द्वारा स्वीकृत निर्माण कार्यों के क्रियांवयन में की जा रही लापरवाही एवं अनावश्यक लेट-लतीफी पर अंकुश लगाना जिला प्रशासनिक व्यवस्था के लिए चुनौती बन गया है। लगभग 06 वर्षों का समय बीत जाने के बाद भी शासन द्वारा स्वीकृत सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य आधी-अधूरी भौतिक स्थिति में बना हुआ है। क्षेत्रीय जनता के बीच शासकीय कार्यों के क्रियांवयन की यह रीति जनता के बीच प्रश्न चिन्ह बन गयी है। संबंधित निर्माण एजेंसी तकनीकी / प्रशासनिक अमले के लापरवाही के कारण ग्रामीणों की सुविधा के लिए स्वीकृत इस सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य एक दुखद सपना बन गया है।
शिकायतकर्ता बिहारी सोनी द्वारा मांग की गई है कि इस प्रकरण की जांच करवाने एवं दोषियों पर आवश्यक कार्यवाही करने के लिए उचित आदेश एवं निर्देश देकर इस सामुदायिक भवन के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करवाने की मांग की गई है