गौरेला तहसील में 50000 की रिश्वत लेते हुए एक राजस्व निरीक्षक धरा गया ,रिश्वती रकम 50000रुपए जप्त
घटना का विवरण इस प्रकार है कि रंजीत सिंह राठौर निवासी आंदु जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही के द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर में यह लिखित शिकायत की गई थी कि उसके पिता शिव कुमार के नाम पर ग्राम आंदु में लगभग दो एकड़ कृषि जमीन है जिसे सीमांकन करने हेतु उसने आवेदन तहसीलदार गौरेला के यहां प्रस्तुत किया था जिस पर संबंधित जमीन का सीमांकन करने का आदेश हुआ था। उक्त जमीन का सीमांकन करने के एवज में राजस्व निरीक्षक गौरेला घनश्याम भारद्वाज द्वारा 50000रुपए रिश्वत की मांग उससे की जा रही है तथा वह रिश्वत ना देकर राजस्व निरीक्षक को पकड़वाना चाहता है।
प्रार्थी के द्वारा की गई शिकायत का सत्यापन कराए जाने पर प्रार्थी द्वारा की गई शिकायत सही पाई गई जिस पर एसीबी बिलासपुर के द्वारा राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज को रंगे हाथ पकड़ने की कार्य योजना बनाई गई ।आज दिनांक 15 4.2025 को प्रार्थी को आरोपी राजस्व निरीक्षक भारद्वाज को रिश्वती रकम 50000रुपए देने हेतु तहसील कार्यालय गौरेला में भेजा गया जहां पर घनश्याम भारद्वाज द्वारा रिश्वती रकम को अपने साथी राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार चंद्रसेन को देने हेतु कहा गया जिस पर प्रार्थी द्वारा रिश्वती रकम को मध्यस्थता कर रहे राजस्व निरीक्षक सारबहरा
श्री संतोष कुमार चंद्रसेन को दिए जाने पर एसीबी की टीम द्वारा रिश्वती रकम 50000रूपये सहित संतोष कुमार चंद्रसेन को रंगे हाथ पकड़ लिया गया तथा संतोष कुमार चंद्रसेन से रिश्वती रकम 50000 रुपए जप्त कर ली गई ।।।कार्यवाही स्थल पर भीड़भाड़ होने से और एसीबी टीम की उपस्थिति की भनक लगने पर रिश्वत की मांग करने वाला राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज भीड़ भाड़ की स्थिति का फायदा उठाकर वहां से निकल गया। प्रकरण में धारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है तथा मौके से फरार राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज की तलाश की जा रही है।
अचानक ही तहसील कार्यालय गौरेला में हुई इस कार्यवाही से अधिकांश अधिकारी कर्मचारी कार्यालय छोड़कर भाग गए तथा काफी समय तक सन्नाटा पसरा रहा। कार्यवाही के दौरान वहां पर उपस्थित जनमानस के द्वारा इसे एक बेहतरीन कार्यवाही बताते हुए और लगाfतार कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता बताई गई।।गौरतलब है कि कुछ माह पहले ही गौरेला में एक लोकपाल वेदप्रकाश पांडेय को प्रार्थी रोशन शराफ से 25000रूपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था!कार्यवाही के बाद लोगों ने पटाखे भी फोड़े।